Wrestlers Protest: भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर में 18 जनवरी से जारी पहलवानों का विरोध प्रदर्शन आग पकड़ता जा रहा है। महासंघ के अध्यक्ष के खिलाफ और Wrestlers Protest के पक्ष में अब अंशु मलिक ने बयान जारी किया है। उन्होंने संघाध्यक्ष पर यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने खुलासा किया है कि महासंघ के अध्यक्ष लड़कियों के होटल में रूकते थे और….। धरने पर बैठे 30 पहलवानों द्वारा यौन शोषण में लिप्त संघ के अध्यक्ष सहित कई कोचों को हटाने और संघ को खत्म करने की मांग की गई है। ऐसे में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हुआ है।
क्या बोली अंशु मलिक ?
विनेश फोगाट सहित 30 पहलवानों द्वारा संघ अध्यक्ष पर यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए जाने वाले मामले पर अन्य खिलाडियों ने भी पहलवानों के प्रदर्शन का समर्थन किया है। महिला पहलवान अंशु मलिक ने भी WFI अध्यक्ष कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि बृजभूषण खिलाडियों के होटल में रूकते थे और अपना कमरा खुला रखते थे। इसी बीच विनेश फोगाट के चाचा और गीता-बबीता फोगाट के पिता महावीर फोगाट ने भी संघ अध्यक्ष पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, ”भ्रष्ट व्यक्ति को पद पर नहीं बने रहना चाहिए। एक अच्छा पहलवान अथवा एथलीट आना चाहिए, राजनीतिक व्यक्ति नहीं। अगर लड़कियां आवाज उठाएं तो भविष्य में इस तरह के खतरों से बचा जा सकता है।”
खेल मंत्री और पहलवानों के बीच बैठक :
महासंघ अध्यक्ष के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवान केंद्रीय मंत्री खेल अनुराग ठाकुर से मिलने पहुंचे। बजरंग पुनिया के साथ ही विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, रवि दहिया और बबीता फोगाट भी वहां पहुंचीं थीं। यह मैराथन बैठक अब खत्म हो चुकी है, जिसका कुछ खास नतीजा नहीं निकला है। हालांकि, आश्वासन दिया गया है कि खेल मंत्री द्वारा संघाध्यक्ष को भेजे गए नोटिस का जवाब 72 घंटों में मिल सकता है। पर्वू पहलवान और भाजपा नेता बबीता सरकार की ओर से जंतर-मंतर पर भी गई थीं। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने इन सभी पहलवानों को अब डिनर पर बुलाया है।
बजरंग पुनिया बोले – जारी रहेगा विरोध प्रदर्शन :
ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा, ”अगर शुक्रवार, (20 जवनरी) तक फेडरेशन को बर्खास्त नहीं किया जाता है तो हम कुश्ती संघ के अध्यक्ष के खिलाफ FIR दर्ज करवाएंगे। और जब तक हमको न्याय नहीं मिल जाता है तब तक धरने पर बैठे रहेंगे।” आपको बता दें कि भारतीय कुश्ती महासंघ की कार्यकारी समिति और वार्षिक आम बैठक (एजीएम) 22 जनवरी को यूपी के अयोध्या में होगी। बैठक में संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह होंगे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बृजभूषण इस बैठक में इस्तीफा दे सकते हैं।
Revolutionary tears #WrestlersProtest pic.twitter.com/8bs8uM9dpC
— Divyansh Chahal (@chahal_divyansh) January 19, 2023
संघ को भंग करने की मांग :
केंद्रीय खेल मंत्री के साथ बैठक के बाद बजरंग पुनिया, विनेश और साक्षी मलिक ने मीडिया के समक्ष अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि वह कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष को बर्खास्त करके ही दम लेंगे। पहलवानों ने यह भी साफ कर दिया कि जाब तक कार्रवाई नहीं होगी, तब तक धरना प्रदर्शन बंद नहीं होगा। पहलवानों ने कहा, ”हम आश्वासन से खुश नहीं हैं, हमारे सवालों का संतोष जनक जवाब नहीं मिला। हम ठोस कार्रवाई चाहते हैं।
पूरे कुश्ती महासंघ को भंग किया जाना चाहिए। जब तक संघ को भंग नहीं किया जाएगा, हम पीछे नहीं हटेंगे।” सभी पहलवान इस बात की उम्मीद में बैठे हैं कि उन्हें न्याय मिलेगा।
पहलवानों के पास है पुख्ता सबूत :
पहलवानों ने मीडिया के समझ अपनी बात रखते हुए कहा कि उनके पास भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) अध्यक्ष के खिलाफ पर्याप्त पुख्ता सबूत हैं। उनके साथ 5-6 पीडि़त लड़कियां भी हैं, जिनका यौन शोषण हुआ है। लेकिन वह सबूतों को सार्वजानिक नहीं करना चाहते हैं। पहलवानों का कहना है कि हम बृजभूषण को इस्तीफा लेकर उन्हें जेल भिजवाकर ही रहेंगे। वे इस मामले में केस भी फाइल करेंगे। इस बीच पहलवानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से न्याय दिलाने की गुहार भी लगाई है।
Wrestlers Protest में PT ऊषा ने दिया बयान :
भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष PT ऊषा ने भी इस मामले पर बयान दिया। उन्होंने कहा, ”हम एथलीटों से अनुरोध करते हैं कि वे आगे आएं और हमारे साथ अपनी चिंताओं को व्यक्त करें। हम न्याय के लिए एक पूरी जांच सुनिश्चित करेंगे। हमने भविष्य में ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए एक विशेष समिति बनाने का भी फैसला किया है।” राष्ट्रीय वादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार ने भी प्रदर्शकारी पहलवानों का समर्थन करते हुए WFI अध्यक्ष के इस्तीफे की मांग की है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि पहलवान विनेश फोगाट इस संबंध में हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्रीश्रीश्री नरेंद्र मोदी जी को सूचित कर चुकी थीं। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने करीब डेढ़ साल से इस संबंध में कार्यवाई के नाम पर चुप्पी साध रखी है। पहलवान विनेश ने बताया कि, करीब 1.5 साल पहले जब वो पदक जीत कर भारत लाई थीं, तब प्रधानमंत्री ने उनको डिनर पर आमंत्रित किया था। जब वे उनसे मिलने गईं तो उन्होंने यह समस्या प्रधानमंत्री के समक्ष रखी। प्रधानमंत्री ने उनको बेटी कहकर संबोधित किया था, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की।
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