World Diabetes Day 2022: दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य निकाय WHO की दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल ने बताया, करीब 42 मिलियन लोगों को डायबिटीज की शिकायत है। दुनियाभर में प्रत्येक वर्ष इस बीमारी के कारण 15 लाख के करीब मौतें होती हैं। आज World Diabetes Day के मौके पर WHO के स्वास्थ्यकर्मियों ने आह्यन किया है कि वे डायबिटीज से पीडि़त मरीजों को इसकी गुणवत्तापूर्ण जानकारी पहुंचाएं। दरअसल, हर साल 14 नवंबर को World Diabetes Day के रूप में मनाया जाता है। इससे मनाने के पीछे का मुख्य उद्देश्य इस बीमारे के बारे में लोगों को जागरूक करना एवं इसकी रोकसाम के लिए उचित कदम उठाना है। यह एक घातक संक्रामक बीमारी है।
क्या है World Diabetes Day 2022 की थीम ?
इस साल की थीम ”Education to Protect Tomorrow” है। जिसका उद्देश्य PAHO स्वास्थ्य टीम और मधुमेह से पीडि़त मरीजों, उनकी देखभाल करने वालों और अन्य सभी लोगों को मधुमेह पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच को मजबूत करना है। वर्ल्ड डायबिटीज डे लोगों को जागरूक करने के लिए मनाया जाता है। International Diabetes Federation और WHO ने लोगों के बीच मधुमेह के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से 14 नवबर 1991 से इस दिन को मनाने की शुरूआत की थी। क्योंकि इसी दिन इंसुलिन की खोज करने वाले वैज्ञानिक सर फ्रेडरिक बैंटिंग का जन्मदिन होता है।
WHO सदस्य डॉ. खेत्रपाल ने दी जानकारी :
डॉ. खेत्रपाल ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का अनुमान है कि दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में 9.6 करोड़ से अधिक लोग डायबिटीज से पीडि़त हैं। जिससे सालभर में कम से कम 6 लाख मौतें होती ही हैं। यदि तत्काल कार्रवाई नहीं की जाती तो इस क्षेत्र में 245 तक डायबिटीज के मामले 68 फीसदी तक बढ़ सकते हैं।
उन्होंने बताया कि Type -1 डायबिटीज इस क्षेत्र में 2.50 लाख से ज्यादा बच्चों एवं किशोरों को प्रभावित करता है। इसे रोका नहीं जा सकता, लेकिन इसके लिए उचित प्रबंध करके बचा जा सकता है। दोनों प्रकार के मधुमेह के लिए सस्ते उपचार तक पहुंच और इंसुलिन आदि जरूरी है।
आगे उन्होंने कहा, Type -2 डायबिटीज के जोखिम को नियमित और पर्याप्त स्वस्थ भोजन एवं शराब-तंबाकू आदि के सेवन से बचकर कर कम किया जा सकता है। इसके लिए दवा, रक्तचाप एवं स्वस्थ जीवन शैली के पालन, नियंत्रण और प्रबंधित किया जा सकता है। उन्होंने इस संक्रामक रोग की गंभीरता पर जोर देते हुए कहा कि अगर इसका पता देर से चला या उचित तरीके से इलाज नहीं किया गया तो, इससे हृदय, आंखों, रक्त वाहिकाओं, गुर्दों एवं तंत्रिकातंत्र संबंधित गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।
Comments