US-China Relations: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इंडोनेशिया के बाली में होने वाले G-20 शिखर सम्मेलन से पूर्व एक अहम मुलाकात की है। दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनावों के मध्य द्विपक्षीय वार्ता हुई। शी जिनपिंग का कहना है कि वह बाइडेन के साथ स्पष्ट विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए तैयार हैं, जिसका उद्देश्य US-China Relations को बेहतर बनाना है। अमेरिका के प्रति अपनी नीति और स्थिति को सुसंगत और स्पष्ट बताते हुए चीनी विदेश मंत्रालय ने उम्मीद जताई है कि अमेरिका और चीन एक ही दिशा में आगे बढ़ेंगे, दोनों देश मतभेदों को ठीक से प्रबंधित करेंगे।
चीन और अमेरिका एक ही दिशा में बढ़ेंगे आगे..
आपको बता दें कि, G-20 शिखर सम्मेलन की अहम बैठक 15-16 नवंबर को इंडोनेशिया के बाली में होने जा रही है। इसी बीच अमेरिका और चीन समिट से पहले US-China Relations को सुधारने के लिए बैठक की। इससे पहले चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने सोमवार को बाली में होने वाली जी-20 बैठक से इतर चीनी नेता शी जिनपिंग और अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन के बीच बहुप्रतीक्षित आमने-सामने होने की उम्मीद जताई है।
दोनों देशों के नेतृत्व कर्ताओं ने बाली में नुसा दुआ बे पर एक लक्जरी समुद्र तट के किनारे होटल मुलिया में मुलाकात की। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने उम्मीद जताई है कि दोनों देश एक ही दिशा में आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा – दोनों देश अपने मतभेदों को ठीक से प्रबंधित करेंगे, पारस्परिक रूप से लाभदायक सहयोग को बढ़ावा देंगे। और गलत अनुमानों से बचेंगे और चीन की वापसी को महत्व देंगे। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के संबंध स्वस्थ्य और स्थित विकास के सही रास्ते पर है।
चीनी विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा- हम अपनी खुद की सुरक्षा, संप्रभुता और विकास हितों की दृढ़ता से रक्षा करते हुए अमेरिका के साथ आपसी सम्मान, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व एवं जीत सहयोग हासिल करने के लिए प्रतिबध्द हैं। चीन ने हमेशा राष्ट्रपति जिनपिंग द्वारा प्रस्तावित परस्पर सम्मान, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और लाभदायक सहयोग के 3 सिध्दांतों के अनुरूप चीन-अमेरिका संबंधों को देखा एवं विकसित किया है। इससे पहले बाइडेन ने भी रविवार को कहा था कि अमेरिका भले ही चीन के संदिग्ध मानवाधिकार रिकॉर्ड पर बोलता रहेगा, परन्तु संघर्ष को रोकने के लिए देश के साथ वार्ता के दरवाजे हमेशा खुले रहेंगे।
G-20 में कौन-कौन से देश शामिल?
दुनिया की 75 प्रतिशत आबादी का नेतृत्व करने वाला समूह G-20 एक अंतर्राष्ट्रीय मंच है। जिसमें दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्था वाले 20 देश शामिल हैं। इस समूह में अमेरिका, भारत, जापान, ब्राजील, आस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, कनाडा, चीन, फ्रांस, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ (EU), कोरिया गणराज्य, मेक्सिको, इटली, इंडोनेशिया, जर्मनी और तुर्की शामिल हैं।
जी-20 एक ऐसा अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है, जो वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक एवं विश्व की लगभग 2/3 आबादी का प्रतिनिधित्व करता है। वर्तमान में जी-20 ट्रोइका का हिस्सा है, जिसमें इटली, इंडोनेशिया और भारत शामिल हैं।बाली में होने वाली जी-20 बैठक में मोदी 15 नवंबर को एक स्वागत समारोह में भारतीय समुदाय एवं भारत के लोगों को संबोधित करेंगे और उनसे बात करेंगे।
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