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Un Blacklists Makki: कौन है अब्‍दुल रहमान मक्‍की जिसे UN ने घोषित किया वैश्विक आतंकी? जानें क्‍या हैं इसके मायने!

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Un Blacklists Makki

Un Blacklists Makki: पाकिस्‍तान से संचालित होने वाले प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन ‘लश्‍कर-ए-तैयबा’ के मौजूदा नेता अब्‍दुल रहमान मक्‍की को संयुक्‍त राष्‍ट्र ने एक वैश्विक आतंकी घोषित किया है। संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की ISIS (दाएश) अल-कायदा प्रतिबंध कमेटी ने जिस सूची में मक्‍की का नाम शामिल किया है उसमें किसी व्‍यक्ति अथवा संस्‍था का नाम तब जोड़ा जाता है। जब उसकी आतंक से जुड़ी ग‍तिविधियों के पुख्‍ता सबूत उपलब्‍ध हों। संयुक्‍त राष्‍ट्र की इस सूची में शामिल होने वाले व्‍यक्ति अथवा संस्‍थाा की संपत्ति फ्रीज कर दी जाती है। साथ ही उन पर ट्रैवेल बैन लगा दिया जाता है और उन्‍हें किसी भी तरह से हथियार मुहैया कराने पर रोक लगा दी जाती है।

मक्‍की वैश्विक आतंकी क्‍यों घोषित किए गए ?

सोमवार, 16 जनवरी को संयुक्‍त राष्‍ट्र कमेटी ने मक्‍की का नाम सूची में शामिल करते हुए 7 आतंकवादी हमलों  का हवाला दिया। जिसमें साल 2000 में लाल किले पर हुआ हमला, साल 2008 में हुआ रामपुल हमला, 2008 में हुआ मुंबई 26/11 हमला और साल 2018 में गुरेज में हमला आदि शामिल हैं। कमेटी ने इस फैसले के साथ जारी बयान में कहा कि ”अब्‍दुल रहमान मक्‍की सहित ‘लश्‍कर-ए-तैयबा’ एवं ‘जमात-उद-दावा’ के चरमपंथी भारत में, खासकर जम्‍मू और कश्‍मीर में फंडिग करते हैं। यह संगठन युवाओं को बरगला कर चरमपंथी बनाते हैं और हमलों की योजना में उन्‍हें शामिल होने के लिए मजबूर करते हैं।

आखिर कौन है अब्‍दुल रहमान मक्‍की ?

हाल ही में घोषित हुए ग्‍लोबल आतकी अब्‍दुल रहमान मक्‍की 26/11 मुंबई हमलों के मास्‍टरमाइंड हाफिज सईद के आतंकी संगठन ‘जमात-उद-दावा‘ का सदस्‍य है। मक्‍की पाकिस्‍तान इस्‍लामिक वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन ‘अहल-ए-हदीस’ के अलावा ‘लश्‍कर-ए-तोएबा’ में भी दबदबा रखता है। बताया जा रहा है कि मक्‍की सईद का सबसे खास रिश्‍तेदार साला है, जोकि उसके काले खेल में हमेशा वफादारी से साथ देता था। भारत के खिलाफ षड्यंत्र रचने में सबसे आगे रहता था। वह धन जुटाने और भारत में विशेष रूप से जम्‍मू-कश्‍मीर में हमलों की योजना बनाने के लिए युवाओं को भर्ती करने व कट्टरपंथी बनाने में शामिल रहा है। मक्‍की अमेरिका द्वारा नामित विदेशी आतंकी संगठन (FTO) लश्‍कर के अंदर विभिन्‍न नेतृत्‍व भूमिकाएं निभा रहा था। उसने लश्‍कर के अभियानों हेतु भी धन जुटाने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई है।

भारत ने की UN के फैसले की सराहना :

भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता अरिंदम बागची ने UNSC के कदम की सराहना करते हुए कहा कि आतंकवादी संगठनों से क्षेत्र में खतरा अधिक बना हुआ है। संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) द्वारा की जाने वाली लिस्टिंग और प्रतिबंध इस तरह खतरों और वैश्विक स्‍तर पर आतंकवादी ढ़ांचे को खत्‍म करने के लिए एक प्रभावी उपकरण है। उन्‍होंने आगे कहा कि भारत आतंकवद के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस‘ के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबध्‍द है। हम आतंकवाद के खिलाफ विश्‍वसनीय और अपरिवर्तनीय कार्रवाई करने के लिए अंतर्राष्‍ट्रीय समुदाय पर दबाव डालते रहेंगे। भारत किसी भी आतंकी गतिविधि को बर्दाश्‍त नहीं करेंगे।

भारत और अमेरिका ने UNSC की 1267 ISIS (दाएश) और अल कायदा प्रतिबंध समिति के तहत अब्‍दुल रहमान मक्‍की को ग्‍लोबल टेररिस्‍ट घोषित करने के लिए पिछले साल जून 2022 में एक संयुक्‍त प्रस्‍ताव पेश किया था। लेकिन अंतत: चीन ने इस पर रोक लगा दी थी। हालांकि चाइना बहुत देर तक इसे नहीं बचा सका।

 

Kusum
I am a Hindi content writer.

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