Russia-Ukraine War: हथियारों के दम पर यूक्रेन को कब्जाने की तमाम कोशिशों में नाकाम होने के बाद अब, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने Russia-Ukraine युध्द के बीच जनमत संग्रह पहल शुरू कर एक नई चाल चली है। इस जनमत संग्रह से निर्धारित होगा कि यूक्रेन रूस का अभिन्न हिस्सा बनेगा या नहीं। यूक्रेन तथा पश्चिमी देशों ने जनमत संग्रह की निंदा करते हुए इसे ‘कोरी बयानबाजी’ बताया है। जिसे रूस द्वारा यूक्रेन को कब्जाने की ओर एक नए कदम के तौर पर देखा जा रहा है।
पुतिन ने राष्ट्र संबोधन में घोषणा की थी, कि मतदान 23 सितंबर से 27 सितंबर के बीच संपन्न होंगे। अब लुहांस्क, डोनेस्क, खेरसान एवं जपोरीजिया क्षेत्रों में शामिल होने के प्रस्ताव पर जनमत संग्रह शुरू हो चुका है।
किन क्षेत्रोंं में शुरू हुआ मतदान ?
यूक्रेन के क्षेत्र पर अपना कब्जा जमाने के लिए रूस की ओर से लुहांस्क, डोनेस्क और जपोरीजिया के साथ ही दोनेत्स्क क्षेत्र में मतदान शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा खेरसॉन में भी शुक्रवार सुबह से मतदान शुरू हो गया था। इन क्षेत्रों में रूस का आशिंक एवं पूर्ण रूप से कब्जा है।
कितने आरक्षित सैनिक तैनात किए गए ?
गौरतलब है कि मतदान से पहले रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने 3 लाख आरक्षित सैनिक की आंशिक तैनाती की घोषणा की थी। अधिकारियों के मुताबिक, यह निर्धारित करने के लिए जनमत संग्रह हो रहा है कि लोग इन क्षेत्रों को रूस में शामिल करने की इच्छा रखते हैं अथवा नहीं । कयास लगाए जा रहे है कि परिणाम रूस के पक्ष में ही रहने की उम्मीद है।
रूस Russia-Ukraine युध्द के बीच लागू कर सकता है मॉर्शल लॉ :
यूक्रेन में 3 लाख आरक्षित सैनिकों की तैनाती की घोषणा के बाद अब रूस में मॉर्शल लॉ लगाने की आशंका जताई जा रही है। बताया जा रहा हैं कि मॉर्शल लॉ की आशंका के बाद लोग विदेश भाग रहे हैं। मॉर्शल लॉ में युध्द की उम्र वाले सभी पुरूषों को देश छोड़ने से रोक दिया जाता है। ग्लोबल फ्लाइट ट्रैकिंग सर्विस फ्लाइट रडार 24 के मुताबिक, रूस से बाहर जाने वाली उड़ानों की तदाद अचानक से बढ़ी है। इससे पहली गूगल ट्रेंड्स के डाटा ने भी कहा कि, रूस में टिकट खरीदने वाली लोकप्रिय वेबसाइट एवियासेल्स का ट्रैफिक अचानक से बढ़ा है। रूस से विदेश जाने वाली उड़ानों की संख्या इस सप्ताह लगभग पूरी तरह से बुक हो चुकी है। जबकि रूस एवं यूरोप के बीच यूक्रेन युध्द शुरू होने के बाद से ही उड़ाने रद्द हैं।
Comments