Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े इस संघर्ष को करीब 1 साल हो चुका है। वैश्विक दबाव एवं तमाम प्रतिबंधो के बावजूद भी रूस इस जंग से पीछे हटने को तैयार नहीं है। बल्कि वह यूक्रेन पर और तेजी से हमलावार हो रहा है। इसी बीच ऐसा पहली बार है, जब अमेरिका के सर्वोच्चतम सैन्य अधिकारी आर्मी जनरल मार्क मिले ने अपने यूक्रेनी समकक्ष से मुलाकात की है। मंगलवार को दोनों सैन्य अधिकारियों के बीच यूक्रेन-पोलैंड सीमा के पास यह गुप्त मुलाकात हुई। दोनों सैन्य प्रमुखों के बीच यह बैठक तब हुई, जब रूस-यूक्रेन संघर्ष को एक साल पूरा होने जा रहा है। ऐसे में इसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
कहां हुई यह गुप्त बैठक ?
अमेरिका के शीर्ष सैन्य अधिकारी मार्क मिले और यूक्रेन सैन्य प्रमुख जनरल वालेरी जैलुजनी के बीच यह बैठक एक अज्ञात स्थान पर घंटो तक चली। आपको बता दें कि दोनों सैन्य अधिकारियों के बीच पहले भी कई बार बातचीत हुई है लेकिन इस तरह से वे पहली बार मिले हैं। अमेरिकी सैन्य अधिकारी मिले के प्रवक्ता ने बताया कि दोनों प्रमुखों ने महसूस किया कि व्यक्तिगत रूप से मिलना महत्वपूर्ण है। इसीलिए उन्होंने यह बैठक की, जिसमें उन्होंने दोनों के बीच रक्षा सहयोग के बारे में विस्तार से बात की।
now America may give F16 fighter jet to Ukraine know how will it become game changer in war against Russia – International news in Hindi – … तो अब यूक्रेन को F-16 देगा अमेरिका, जानें- रूस के खिलाफ जंग में कैसे साबित हो सकता है गेमचेंजर? https://t.co/OPMhjXL2YG
— Ashokkumar Verma (@Ashokku25693579) January 27, 2023
पश्चिमी देश यूक्रेन की सैन्य मदद में ला रहे तेजी :
अमेरिका और यूक्रेन के सैन्य प्रमुखों के बीच यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि पश्चिमी देश यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य मदद में तेजी लाना चाहते हैं। हाल ही में अमेरिका ने यूक्रेन को ‘पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम‘ भेजा था। इसके अलावा नीरदलैंड ने भी अपना पैट्रियट मिसाइल रक्षा प्रणाली यूक्रेन को देने की घोषणा की थी।
रूस ने किया दावा :
यूक्रेन और अमेरिका के सैन्य अधिकारियों की मुलाकात के बीच रूस ने यह दावा किया है कि यूक्रेनी शहर सोलेदार अब रूस के नियंत्रण में है। वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का कहना है कि सोलेदार और अन्य पूर्वी शहरों में यूक्रेनी सेना और रूस के बीच संघर्ष जारी है।
आपको बता दें कि अमेरिका सहित कई यूरोपीय देशों ने यह पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि उनके संसाधन सीमित है। इसीलिए अनिश्चित समय तक यूक्रेन को मदद देना उनके लिए संभव नहीं होगा। वहीं अमेरिका से भी कुछ ऐसी ही खबर आई थी कि उनका हथियार भंडार चूक रहा है। ऐसे में यूक्रेन को अन्य देशों से मदद की उम्मीदें तो है, लेकिन जब वह पीछे पलटकर देखता है तो कोई उसके साथ नजर नहीं आ रहा होता है।
Comments