Russia-Ukrain War: हाल ही में रविवार को Russia-Ukrain War के बीच यूक्रेन ने आरोप लगाते हुए कहा है कि पश्चिमी देश उस पर रूस के सामने सरेंडर करने का दबाव बना रहे हैं। यूक्रेन ने दावा करते हुए कहा है कि वह जंग जीत रहा है। लेकिन रूस शांतिवार्ता की आड़ में फिर से ताकत जुटाकर यूक्रेन पर हमला करके अधिक से अधिक जमीन हड़प सकता है। हालांकि कि पिछले दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन को शांतिवार्ता के लिए रूस नरम करने की सलाह सुझाई थी। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के सलाहकार मायख्येलो पोदोल्याक ने बताया कि यूक्रेन जंग के मैदान में रूस को पटखनी देते हुए अपने खोये हुए क्षेत्र वापस हासिल कर रहा है।
क्या बोले जेलेंस्की सलाहकार पोदोल्याक ?
उन्होंने कहा, रूस को पटखनी देते हुए यूक्रेन अपनी जमीन वापस हासिल कर रहा है। युध्द के इस पड़ाव में पश्चिमी देशों द्वारा रूस से समझौता करने का दबाव सीधे तौर पर यूक्रेन से रूस के सामने सरेंडर करने की मांग जैसा ही है। सेरही प्रय्तुला फाउंडेशन को दिए एक साक्षात्कार में पोदोल्याक ने कहा, पश्चिमी नेता कह रहे हैं कि यूक्रेन सैन्य तरीके से इस जंग का समाधान नहीं निकाल सकता है।
जपोरिझिया के 12 परमाणु संयंत्र धमाकों से दहला
संयुक्त राष्ट्र की परमाणु ऊर्जा निगरानी एजेंसी IAEA ने बताया कि रविवार को यूक्रेन के जपोरिझिया परमाणु संयंत्र के आसपास लगातार 12 धमाके हुए। इन हमलों के लिए यूक्रेन और रूस एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। IAEA प्रमुख रफाएल ग्रोसी ने कहा कि दोनों देशों को जल्द से जल्द इसे निषेध क्षेत्र घोषित कर देना चाहिए। यहां पर किसी भी तरह का मामला आग से खेलने जैसा है। .
यूक्रेन की उपराष्ट्रपति ओल्गा स्टेफनीशिया ने बताया कि रूस में सोशल मीडिया पर चर्चित उस वीडियो की जांच की जा रही है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि सरेंडर करने के बाद भी यूक्रेनी सैनिकों ने रूसी सैनिकों को गोली मार दी। ओल्गा ने आगे कहा कि यूक्रेनी सैनिक इस तरह का वहशी व्यवहार नहीं कर सकते। यकीनन यह वीडियो फर्जी है।
रूस का इरादा क्या है ?
पोदोल्याक ने कहा, रूस वास्तव में शांति नहीं चाहता, उसका उद्देश्य यूक्रेन को पूरी तरह से बर्बाद करना है। यूक्रेन के ऊर्जा ढ़ांचे को पूरे तरीके से तबाह कर लाखों यूक्रेनियों को विस्थापित करना ही उसका असल उद्देश्य है। इसके साथ ही उन्होंने कहा, यूक्रेन को रूस के अंदर उसके सैन्य ठिकानों पर हमला नहीं करना, बल्कि यूक्रेन के अंदर कब्जा कर बनाए रूसी ठिकानों को खत्म करना है। यदि उसे पर्याप्त मदद मिलती रही, तो इस साल के अंत तक रूस को यूक्रेन के बाहर धकेल दिया जाएगा।
जेलेंस्की के सख्त रूख पर अमेरिकी मीडिया का सवाल :
पोदोल्याक का यह वीडियो अमेरिकी मीडिया की उन खबरों के पश्चात आया, जिसमें दावा किया गया था कि अमेरिका सहित अन्य पश्चिमी देश चाहते हैं कि Russia-Ukrain War जल्द खत्म हो और यह तभी हो सकता है, जब यूक्रेन समझौते के लिए तैयार हो जाए। अमेरिकी मीडिया ने यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के सख्त रूख पर भी सवाल खड़े किए हैं। जो रूस से बातचीत के लिए राष्ट्रपति पद से पुतिन की विदाई और रूसी फौजों की यूक्रेनी जमीन से पूर्ण वापसी पर अडि़ग हैं। अमेरिकी सेना के सर्वोच्च जनरल मार्क ने भी इसी महीने कहा था कि सैन्य साधनों से किसी के लिए भी वास्तव में जीत हासिल करना संभव नहीं। दोनों देशों को एक बिंदु पर आकर समझौता करना ही पड़ेगा।
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