Rajasthan Political cricis: हाल ही में Rajasthan Political cricis के बीच राहुल गांधी का बड़ा बयान सामने आया है। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान इंदौर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल ने कहा, गहलोत और पायलट दोनों ही कांग्रेस के लिए बहुमूल्य हैं। राजस्थान की सियासी गतिविधियों का भारत जोड़ो यात्रा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। जैसे-जैसे यात्रा आगे बढ़ेगी, समर्थन और ज्यादा बढ़ता जाएगा। दरअसल, इन्दौर में राहुल ने करीब 40 मिनिट की प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें पत्रकारों ने उनसे कई अहम सवाल पूंछे, जिसमें एक सवाल राजस्थान की राजनैतिक गतिविधियों पर था। राजस्थान के सियासी घमासान को लेकर उन्होंने कहा कि मामला पार्टी नेतृत्व देख रहा है।
घमासान पर क्या बोले राहुल ?
आपको बता दें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों ही कांग्रेस के दिग्गज नेता है। इन दिनों दोनों में ही जुबानी जंग छिड़ी हुई है। जहां एक ओर कांग्रेस की भारत जोड़ों यात्रा कुछ दिनों में राजस्थान पहुंचने वाली है। वहीं राजस्थान में गहलोत और सचिन के बीच जुबानी जंग हानिकारक साबित हो सकती है। इस मामले की गंभीरता को परखते हुए राहुल ने दोनों को समझाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा, गहलौत और पायलट दोनों ही हमारे लिए असेट्स हैं। आगे राहुल ने कहा, भारत जोड़ो यात्रा जब राजस्थान जाएगी तो उसका जरूर ही भव्य स्वागत किया जाएगा। इसे लेकर मुझे कोई चिंता नहीं।
BJP पर लगाया आरोप :
राहुल गांधी का आरोप है कि BJP मेरी छवि खराब करने के लिए करोड़ों रूपये खर्च कर रही। क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे मुझे नुकसान होगा। लेकिन इसके बाद भी मुझे लगता है कि इसका फायदा ही हो रहा है। राहुन ने आगे कहा कि मेरे पास सच्चाई है, जिसे छुपाया नहीं जा सकता। भाजपा जितना पैसा मेरी इमेज खराब करने में लगाएगी, मुझे उतनी ज्यादा ताकत मिलेगी। इस तरह के हमले मेरे लिए गुरू हैं। इससे मुझे पता चलता है कि मैं सही दिशा में चल रहा हूं।
डर था कि चल सकूंगा या नहीं :
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने अब तक 2,000 किमी. से भी ज्यादा चल चुकी है। इस दौरान कौन-सा क्षण उनके लिए सबसे खास था ? इस सवाल का उत्तर देते हुए राहुल ने कहा कि यात्रा की प्लानिंग एक साल पहले की थी। जब मैं 25-26 साल का था, तब मैंने इसके बारे में पहली सोचा था। इस पदयात्रा में लगातार चलते रहने से पुरानी इंजुरी में फिर से दर्द उठ गया। मुझे डर था कि चल सकूंगा या नहीं। लेकिन, इस डर पर जीत दिखती नजर आ रही है। इन्होंने कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि, मुझे रास्ते में एक लड़की मिली थी। उसने कहा मैं भी आपके साथ चलना चाहती हूं, लेकिन मम्मी-पापा ने इजाजत नहीं दी। लेकिन तब भी आप यही समझना की मैं आपके साथ हूं। ऐसे ही क्षण मुझे बहुत मजबूत बना देते हैं। मैने डर पर जीत हासिल की और 2,000 किमी. चल सका।
क्या है बेरोजगारी दूर करने का फार्मूला ?
पत्रकारों ने उनसे पूंछा कि बेरोजगारी और मंगहगाई एजेंडें में हैं, लेकिन इन्हें कैसे दूर किया जा सकता है? इस पर राहुल बोले कि बेरोजगार को दूर करने के लिए छोटे सेक्टरों पर काम करना पड़ेगा। नोटबंदी और GST जैसे कदमों ने अन्य सेक्टरों में बोझ बढ़ा दिया है। जिस कारण से बेरोजगारी और बढ़ गई है। ओवरऑल 2-3 बड़े उद्योगपति ही सारे काम कर रहे हैं। यह कंपनियां हर सेक्टर में मोनोपोली बना रही है। यह समाप्त होना चाहिए।
Comments