Nirmala Sitharaman: डिजीटल पेमेंट व आर्थिक क्षेत्र में धीरे-धीरे भारत की स्वीकार्यता वैश्विक पटल पर बढ़ती जा रही है। भारत के पेमेंट सिस्टम ‘Rupay’ को अब संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और सिंगापुर में मान्यता मिल गई है। जिसके चलते अब इन दोनों देशों में ‘Rupay Card’ के जरिए पेमेंट किया जा सकेगा। वहीं अमेरिका के ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूशन द्वारा आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि अन्य देशों में भी इसकी स्वीकार्यता के लिए बात चल रही है। दरअसल, केंद्रीय वित्त मंत्री ‘Nirmala Sitharaman’ अंतराष्ट्रीय मुद्र कोष (IMF) और विश्व बैंक (WB) की सालाना बैठक में भाग लेने के लिए 6 दिवसीय अमेरिकी यात्रा पर हैं।
क्या कहा वित्तमंत्री सीतारमण ने :
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपनी 6 दिवसीय अमेरिकी यात्रा के दौरान 11 अक्टूबर को आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, आत्मनिर्भर भारत का उद्देश्य रोजगार के अवसर पैदा करना है। दुनिया से अलग-थलग करना अथवा संरक्षण देना नहीं। साथ ही उन्होंने देश के सकल घरेलू उत्पाद में विनिर्माण बढ़ाने को लेकर भी बात की है। वित्त मंत्रायल द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वाशिंगटन डीसी में यूएस ट्रेजरी में अमेरिकी ट्रेजरी सचिव जेनेट येलेन से मुलाकात की। इसके साथ ही नेताओं ने आपसी हित के मुद्दों के बीच मौजूदा वैश्विक आर्थिक स्थिति पर व्यापक चर्चा की है।
मिलेंगे रोजगार के नए अवसर :
ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूट थिंक-टैंक में निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी ‘आत्मनिर्भर भारत योजना’ को लेकर कहा कि इस योजना को गलत परीके से पेश किया जा रहा है। इस योजना का मतलब है कि भारत सकल घरेलू उत्पाद में अपना विनिर्माण बढ़ाए जिससे कुशल और अर्धकुशल दोनों के लिए रोजगार के नए अवसर प्राप्त हो सकें। आगे उन्होंने कहा कि इस नीति से निर्माण क्षेत्र को बढ़ावा मिला है। जिससे अकुशल बेरोजगारों को भी रोजगार मिला है।
मजबूत हुआ सड़क एवं रेल नेटवर्क :
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि सड़क और हाईवे का निर्माण कार्य तेज कर दिया गया है। इसके साथ ही बंदरगाहों और रेल नेटवर्क को मजबूती प्रदान की गई है। वैश्विक आपूर्ति श्रंखला पर मंत्री ने कहा कि वैश्विक विकास एवं व्यापार परस्पर जुड़े हुए हैं। नई विश्व व्यवस्था में व्यापार के विकास समर्थन के लिए हमें अनिवार्य रूप से सीमाओं के पार चलने के लिए वस्तु एवं सेवा आपूर्ति श्रृंखलाओं की आवश्यकता है।
प्रधानमंत्री मोदी का ‘T-3 Formula’ :
केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि भारत में आर्थिक नीतियों को बल देने के लिए, दूरदर्शी पीएम नरेंद्र मोदी पहले ही वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में सुधार के लिए ‘टी-3फार्मूला’ दे चुके है। इस टी-3 फार्मूले में विश्वसनीय स्त्रोत (Trusted Source), पारदर्शिदा (Transparency) और समय-सीमा (Time-Frame) शामिल हैं। हमारी सामूहिक सुरक्षा एवं विश्वसनीयता के लिए विश्वसनीय स्त्रोत महत्वपूर्ण हैं।
G-20 बैंठक में शामिल होंगी सीतारमण :
वित्त मंत्रालय द्वारा प्राप्त जानकारी से पता चला है कि निर्मला सीतारमण की यह यात्रा 11 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक होगी। इस दौरान वह विश्व बैंक की वार्षिक बैठक, G-20 समूह के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंको के गवर्नरों (FMCBG) की बेठकों में भाग लेंगी। इसके साथ ही वित्त मंत्री सीतारमण 11 से 16 अक्टूबर की 6 दिवसीय यात्रा के दौरान अमेरिकी वित्तमंत्री जेनेट येलेन और विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मालपास से भी मुलाकात करेंगी।
इसके अलावा वित्त मंत्री ‘Nirmala Sitharaman’ जापान, ऑस्ट्रेलिया, भूटान, न्यूजीलैंड, मॉरीशस, संयुक्त अरब अमीरात, दक्षिण कोरिया, सऊदी अरब, मिस्त्र, जर्मनी, नीदरलैंड और ईरान सहित कई अन्य देशों के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगी। इसके साथ ही वह व्यापर जगत की दिग्गज हस्तियों और इंवेस्टर्स के भी मिलेंगी। इस दौरान सीतारमण वर्तमान वैश्विक आर्थिक स्थिति पर व्यापक रूप से चर्चा करेंगी।
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