New Moon: आज करीब 1000 सालों के बाद ऐसी घटना ‘New Moon‘ होने जा रही है, जो काफी रोमांचक है। ऐसे में आज की रात हर किसी के लिए काफी खास होने वाली है, क्योंकि आज चांद धरती के बहुत करीब होगा। EarthSky की एक रिपोर्ट के अनुसार, आज की रात चंद्रमा पृथ्वी के काफी करीब होगा। यह अपने आप में ही एक रोमांचक दृश्य होगा। लेकिन अफसोस कि पृथ्वी के इतने करीब होने पर भी आप इस सुपरमून को नहीं देख पाएंगे। आप ब्रम्हाण्ड में होने वाली इस रोमांचक घटना को पृथ्वी से नहीं देख सकते, क्योंकि आज अमावस्या की रात है। ब्रम्हाण्ड की ऐसी घटना आज से करीब 1337 वर्ष पूर्व देखी गई।
पृथ्वी से कितनी दूरी पर होगा चांद ?
आज ‘New Moon‘ धरती से करीब 3,56,568 किलामीटर दूरी पर होगा। सबसे खास बात यह है कि ‘न्यू मून‘ की पृथ्वी से इतनी करीबी लगभग 1337 सालों बात देखी जाएगी। इसके बाद यह दृश्य लंबे अरसे बाद ही देखा जाएगा। रिलायवल स्त्रोतों से मिली जानकारी के अनुसार, चांद की पृथ्वी से इतनी दूरी अगले 345 साल बाद ही होगी। अर्थात् आपके जीवन मे घटने वाली यह घटना आपके लिए पहली एवं आखिरी बार होगी।
इससे पहले 11वीं शताब्दी में हुआ ऐसा :
ऐसी घटना अर्थात् पृथ्वी के पास चांद को इतने करीब अपने जीवन में कभी नहीं देखा होगा। क्योंकि इतिहास में यह घटना 11वीं शताब्दी में हुई थी। सबसे रोचक बात है कि चांद की दूरी पृथ्वी से कभी भी एक समान नहीं रहती है। चांद जब पृथ्वी से सबसे दूर होता है, तब उसकी दूरी पृथ्वी से 252088 मील होती है। जबकि चांद जब पृथ्वी के सबसे नजदीक होता है तब पृथ्वी से उसकी दूरी 225623 मील होती है। आपको बता दें कि चांद हर साल पृथ्वी से 1 इंच की दूरी पर जा रहा है। चांद के पृथ्वी से दूर जाने का यह दावा स्पेस एजेसी NASA की ओर से किया गया है।
सुपरमून क्या है ?
इस ‘न्यू मून‘ के दौरान चंद्रमा अधिक चमकीला और अधिक बड़ा दिखाई देता है। यह घटना पूर्णिमा को होने वाले ‘सुपरमून’ की ही तरह होती है। लेकिन यह एक एतिहासिक घटना है। जो हजारों साल में एक बार होती है। वहीं सुपर मून हर महीने देखने को मिलता है। इस दौरान चंद्रमा पृथ्वी के काफी करीब होता है। सुपरमून के कारण समुद्र में उच्च और कम ज्वार की बड़ी श्रृंखला देखी जा सकती है। खगोलविदों के मुताबिक, सुपरमून के दौरान तटीय इलाकों में तूफान आ सकता है, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
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