National Youth Day 2023: तुम्हें कोई पढ़ा नहीं सकता, कोई अध्यात्मिक नहीं बना सकता। तुमको सबकुछ खुद ही अंदर से सीखना है। आत्मा से अच्छा कोई शिक्षक नहीं है…ये अनमोल वचन भारत के उस महान संत के हैं, जिसने दुनियाभर के करोड़ों युवाओं को ”उठो जागो और तब तक न रूको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए” का मंत्र दिया था। यह मूलमंत्र युवाओं को आज भी उनके लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए, कड़ी मेहनत और अदम्य साहस का सामर्थ्य बनाए रखने में पूर्णत: प्रभावी है। आज पूरा देश 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती के रूप में ‘National Youth Day 2023′ मना रहा है। इस मौके पर आज हम कुछ ऐसे ही महान व्यक्तित्व के बारे में बताएंगे…
अरूणिमा सिन्हा एक महान व्यक्तित्व :
दुनिया की सातों महाद्वीप फतह कर उनकी चोटियों में झण्डा गाड़ने वाली एकमात्र दिव्यांग पर्वतारोही अरूणिमा सिन्हा की कहानी युवाओं के लिए किसी प्रेरणास्त्रोत से कम नहीं है। एक पैर कृत्रिम होने के बाद भी एवरेस्ट की चोटी फतह करने वाली पद्मश्री विजेता अरूणिमा एक महान व्यक्तित्व हैं। अरूणिमा के साथ हुए हादसे में ट्रेन ने भले ही उनका पैर काट दिया था, लेकिन उनका हौसला नहीं काट पाई। उनके इरादे चट्टान की तरह अडिग और अकाट्य थे। उन्होंने इस घटना के 2 साल बाद ही दुनिया की सबसे ऊंची चोटी ‘माउण्ट एवरेस्ट’ को फतह कर लिया।
वह कहती हैं कि, जरूरी नहीं कि आप सबसे मजबूत हों, अपनी कमजोरी को अपनी मजबूती बना सकते हैं। बाज को ही देखिए, कैसे वह अपनी दूसरी जिंदगी के लिए खुद को मृत्यु जैसा कष्ट देकर नया जीवन पा लेता है। ताकि अपने बलबूते दुनिया जी सके। यदि कोई बड़ा लक्ष्य पाना है, तो छोटे-छोटे लक्ष्य तय करते जाइए। उन्हें हासिल करते जाइए, सफलता आपके कदमों में होगी।
सुंदर पिचाई एक महान व्यक्तित्व :
भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक गूगल और अल्फाबेट के CEO सुंदर पिचाई को बिजनेस के सेक्टर के लिए साल 2022 का पद्म भूषण सम्मान दिया गया। पिचाई को साल 2019 में गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट का CEO नियुक्त किया गया। अर्थात् वे गूगल कंपनी के सर्वोच्च पद पर पहुंच गए। वे आईटी सेक्टर में रूचि रखने वालों के लिए एक महान प्रेरणादायक व्यक्तित्व हैं।
भारतीय मूल के सुंदर पिचाई का वास्तविक नाम सुंदराजन है। उनका जन्म मदुरै (तमिलनाडू) में 1972 में हुआ था, लेकिन वो चेन्नई में पले-बढ़े। सुंदर पिचाई ने अपनी 10वीं तक की पढ़ाई CBSE से मान्यता प्राप्त जवाहर विद्यालय से और 12वीं वना वाणी स्कूल से पूरी की। इसके बाद पिचाई IIT खड़गपुर से मेटलर्जिकल इंजीनियरिेंग में बैचलर की डिग्री प्राप्त की। स्कॉलरशिप की मदद से अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से मैटीरियल साइंस में MS किया। इसके बाद पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी के व्हॉटर्न स्कूल से MBA की डिग्री प्राप्त की।
ऋषि सुनक एक महान व्यक्तित्व :
भारतीय मूल के ऋषि सुनक ने पहली बार साल 2014 में राजनीति में कदम रखा। उन्होंने 2015 में रिचमंड से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 2017 में उन्होंने एक बार फिर जीत मिली। इसके बाद 13 फरवरी 2020 को उन्हें इंग्लैंड का वित्त मंत्री बनाया गया। वह कई सरकारों में रहे। आखिरकार उन्हें ब्रिटेन के पीएम पद तक पहुंचने का मौका मिला। जो उनके लिए बहुत बड़ी उपलब्धि थी।
भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक सुनक ने भारत के बड़े उद्योगपतियों में शुमार इंफोसिस के संस्थापक नारायणमूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से शादी की है। ऋषि सुनक और अक्षता मूर्ति की दो बेटियां हैं। जिनका नाम अनुष्का सुनक और कृष्णा सुनक है। युवाओं के लिए सबसे बड़ी सीख उनसे यह लेनी चाहिए कि वह अपने लक्ष्य को लेकर केंद्रित रहें। एक दिन उन्हें सफलता जरूर मिलेगी। राष्ट्रीय युवा दिवस युवाओं में नई ऊर्जा का संचार करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 12 जनवरी को मनाया जाता है।
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