Mulayam Singh Funeral: समाजवादी पार्टी के संरक्षक और उ.प्र. के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव सैफई पहुंचने के बाद अंतिम दर्शन के लिए जन सैलाब उमड़ा। जहां धरतीपुत्र कहे जाने वाले नेता मुलायम सिंह के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। आपको बता दें कि लंबे समय से बीमार चल रहे ‘नेताजी’ का देहावसान दिल्ली के मेदांता अस्पताल में कल सुबह 8:15 पर हो गया था। जिसके बाद आज उनके पैतिृक गांव उन्हें अंतिम विदाई दी जा रही है। जिसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, अनिल अंबानी, अभिशेख बच्चन नेताजी Mulayam Singh Funeral पर पहुंच कर उन्हें श्रध्दांजलि अर्पित की।
राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार :
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के पार्थिव शरीर को सपा के झंडे में लपेटा गया था। उसके बाद मेला ग्राउंड में उनके शरीर को अंतिम दर्शन के लिए दोपहर 2 बजे तक रखा गया। इसके बाद बाद परेड ग्राउंड में दोपहर करीब 3 बजे पुलिस बल द्वारा आसमान में फाइरिंग कर सलामी दी गई। उ. प्र के वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके सम्मान में 3 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की।
अखिलेश ने दी मुखाग्नि :
पुलिस की सलामी के बाद समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव ने उन्हें मुखाग्नि दी है। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, शिवपाल यादव और अनिल अम्बानी, आजम खान जैसे अनेक दिग्गज मौजूद रहे। अंतिम विदाई के समय समर्थकों द्वारा ‘नेताजी अमर रहे’ और ‘जिसका जलवा कायम है, उसका नाम मुलायम है’ के नारों से पूरा सैफई गूंज रहा था।
अंतिम संस्कार में शामिल हुए कई दिग्गज :
‘धरती-पुत्र’ मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार में अनिल अंबानी, बॉलीवुड अभिनेता अभिषेक बच्चन, शरद पवार, सुप्रिया सुले एवं प्रफुल्ल पटेल, अशोक गहलोत सैफई पहुंचे। नेताजी के अंतिम दर्शन के लिए बाबा रामदेव भी उनके अतिम संस्कार में सैफई पहुंचे। कन्नोज से चंदन की लकडियां लेकर सपा कार्यकर्ता सैफई पहुंचे। अंतिम दर्शन नेताजी के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए भारी मात्रा में जन सैलाब उमड़ा। पूरा सैफई ‘नेताजी अमर रहें’ के नारे से गूंज उठा। जहां सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए सैफई में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
वरूण गांधी से गले मिलकर रोए अखिलेश :
भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरूण गांधी, नेताजी के अंतिम दर्शन के लिए सैफई पहुंचे। उन्होंने भी मुलायम सिंह को श्रध्दांजलि अर्पित की। इस दौरान वे अखिलेश यादव के गले मिलकर रोए। इस दौरान अनिल अंबानी, शरद पवार भी मौजूद रहे। पहलवान धर्मवीर यादव ने नम आंखो में आंसू लिए बता रहे थे कि जब नेता जी मुख्यमंत्री बने थे उसी दौरान चंदगीराम स्टेडियम में दंगल कार्यक्रम हुआ था। जिसमें मुझे भी कुश्ती करने का मौका मिला था। चूंकि नेताजी मुलायम सिंह यादव राजनैतिक सियासी दांव पेंच से पहले कुश्ती के दांव-पेंच में भी बड़ी दिलचस्पी रखते थे। इससे पहले मुलायम सिंह एक शिक्षक भी रहे हैं।
नेताजी 3 बार उ.प्र. के मुख्यमंत्री, 10 बार विधायक, 7 बार लोकसभा सदस्य चुने गए
नेताजी मुलायम सिंह यादव का जन्म इटावा जिले के सैफई में 22 नवंबर 1939 में हुआ था। वे शुरूआती दिनों से राजनीति में सक्रिय रहे। उन्होंने राजनीति से ही ग्रेजुएशन किया था। साल 1967 में पहली बार उन्होंने राजनीति में कदम रखा। उन्होंने इंदिरा गांधी द्वारा 1975 में लगाए गए राष्ट्रीय आपातकाल का कड़ा विरोध किया था। उन्होंने अपने राजनैतिक दाव-पेंज उत्तर प्रदेश के आखड़े में बड़ी खूबसूरती से खेले। वे 3 बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने इसके अलावा 10 बार विधायक चुने गए एवं 7 बार लोकसभा सदस्य चुने गए।
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