Logistic Fund: एक सामान्य निवेशक के रूप में, व्यापक आर्थिक पुनरूध्दार में भाग लेने का एक तरीका उन सेक्टरों में निवेश करना है, जो मजबूत GDP वृध्दि से सबसे ज्यादा लाभ प्राप्त करेंगे। इस संबंध में, ट्रांसपोर्ट सेगमेंट-ऑटो ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स (OEM), ऑटो कलपुर्जे एवं लॉजिस्टिक्स सेक्टर निवेशकों के लिए बाजार की तेजी से अर्थव्यवस्था के बढ़ने के साथ लाभ के लिए सर्वाधिक मुफीद होंगे। पिछले कुछ वर्षों से मंदी की स्थिति में रहने के बाद ये सेक्टर आने वाले वर्षों में भरपूर मुनाफा देने के लिए तैयार हैं। निवेशकों के लिए तेजी से फायदा उठाने के लिए सबसे अच्छा तरीका म्यूचुअल फंड के माध्यम से ट्रांसपोर्टेशन और लॉजिस्टिक्स थीम वाले फंड में निवेश है।
निवेशक ऐसे उठा सकते हैं लाभ
ट्रांसपोर्टेशन एंड लॉजिस्टिक्स थीम में निवेश लंबी अवधि में लाभ कमाने का एक शानदार अवसर है। निवेशकों के पास मिनिमम 5 साल की निवेश समय सीमा होनी चाहिए। परिवहन सेक्टर और कार निर्माताओं के लिए चिप की कमी और ऊंचे इनपुट लागत जैसे मुद्दे अब कम हो रहे हैं। वर्तमान में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के ट्रांसपोर्टेशन और Logistic Fund के साथ इस थीम में कुछ विकल्प उपलब्ध हैं।
ई-कॉमर्स की सवारी को तैयार: लॉजिस्टिक्स
भारत का मजबूत ई-कॉमर्स क्षेत्र एवं इससे जुड़ी स्वस्थ संभावनाओं ने लॉजिस्टिक्स में एक महत्वपूर्ण उद्योग को जन्म दिया है। जिसमें इन्वेंट्री रखने से लेकर फुलफिलमेंट सेंटर होने और अंत में माल का परिवहन एवं वितरण शामिल है। फिनटेक कंपनियों के पेमेंट एप्स ने ई-कॉमर्स को आज एक नए मुकाम पर पहुंचा दिया है।
अब विलासिता की चीजें बन रहीं जरूरतें
वर्तमान दुनिया में अब जबकि विलासिता की चीजें तीव्र गति से जरूरत बन रही हैं, अधिक से अधिक लोग वाहन, बाइक, कारें करीद रहे हैं। वर्तमान में देश में प्रति 1000 व्यक्तियों पर महज 24 कारें हैं। घरेलू वाहनों द्वारा लंबा रास्ता तय करना है।
भारत में कारों की पैठ कम
अगर कारों की पैठ के मामले में भारत की तुलना एशिया और पश्चिमी अर्थव्यवस्थाओं के साथ की जाए तो, भारत प्रति 1000 व्यक्ति कारों की संख्या के मामले में निम्न स्थान पर है। भारत में 1000 लोगों के पीछे सिर्फ 24 कारें ही हैं। यह कम आंकडा वाहन निर्माताओं के लिए आने वाले समय में कई गुना बढ़ने की व्यापक गुंजाइश प्रदान करता है।
भारतीय भविष्य में वाहन ब्रिकी के आसार
इस एक सुस्त दशक के बाद, यात्री एवं दोपहिया वाहनों की ब्रिकी होने की खासी उम्मीद है। वित्त वर्ष 2022 और 2027 के बीच, यह आंकड़ा 2 गुना हो सकता है। और जो फिलहाल 12-15 प्रतिशत की चक्रवृध्दि वार्षिक वृध्दि दर से बढ़ रहा है। आने वाले सालों में ऑटोमोबाइल सेक्टर और अधिक मजबूत होगा।
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