Lionel Messi Story: रविवार (18 दिसंबर) को कतर के लुसैल स्टेडियम में चल रहे FIFA World Cup 2022 खत्म हो चुका है। इस टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला फ्रांस और अर्जेंटीना के बीच था। जिसमें अर्जेंटीना ने फ्रांस को हराकर विश्व कप की ट्रॉफी अपने नाम कर ली है। इस मुकाबले में अर्जेंटीना की कमान संभाल रहे लियोनल मेसी ने 2 गोल किए, जो फ्रांस के किलियन एम्बाप्पे के 3 गोल पर भारी पड़े। अपना आखिरी विश्व कप खेल रहे 35 वर्षीय मेसी ने आखिरकार अपना सपना पूरा कर लिया। मौजूदा समय में मेसी दुनिया के सर्वश्रेष्ट फुटबॉल खिलाडि़यों में गिने जाते हैं। परन्तु एक समय ऐसा था जब वे सोंच भी नहीं सकते थें कि फुटबॉल की दुनिया में वो इतना बड़ा नाम कर पाएंगे।
तो चलिए जानते हैं सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर लियोनल मेसी के जीवन की कुछ अनजानी बातें, Lionel Messi Story…
कौन है लियोनल मेसी ?
इनका जन्म 1987 में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उनकी मां दूसरे के घरों में सफाई का काम करती थीं और पिता एक फुटबॉल क्लब में कोच थे। चूंकि उनके पिता फुटबॉल क्लब में कोच थे, इसलिए फुटबॉल मेसी के खून में ही था। मेसी सिर्फ 5 साल की आयु में एक फुटबॉल क्लब से जुड़ गए। जहां पर उन्होंने खेल की बुनियादी नियम सीखे। इसके बाद मेसी जब 8 साल की अवस्था में आए तब न्यूवैल ओल्ड बॉयज क्लब से जुड गए।
गंभीर बीमारी को हराकर बनें चैंपियन:
फुटबॉल की दुनिया में एक अलग छाप छोंड़ चुके लियोनल मेसी का जीवन संघर्षों से भरा हुआ था। उनके लिए यहां तक पहुंचपाना आसान नहीं था। दरअसल, मेसी को बचपन से ही ग्रोथ हार्मोने डिफिसिएंसी नामक बीमारी से जूझ रहे थे। इस बीमारी से पीडि़त बच्चों का शारीरिक विकास ठीक से नहीं हो पाता और वे बौने रह जाते हैं। क्योंकि मेसी फुटबॉल की दुनिया में अपनी झलक दिखा चुके थे, इसलिए रिवर प्लेट उन्हें अपने साथ रखने को तैयार था। लेकिन इलाज का खर्च नहीं उठा सकता था। इस बीमारी को जानकर उनका परिवार काफी दुखी था। इसी बीच बार्सिलोना ने जूनियर टैलेंट हंट शुरू किया और इसके लिए मेसी चुन लिए गए।
बार्सिलोना से किया था डेब्यू :
बार्सिलोना में सेलेक्ट होने के बाद मेसी के इलाज का पूरा खर्च बार्सिलोना ने ही उठाया। जिससे उनको बीमारी का कोई असर नहीं हुआ। मेसी प्रोफेशनल फुटबॉल में कदम रख चुके थे, मगर उन्हें यूरोप में सेटल होने में करीब 1 साल का समय लग गया। इसके बाद मेसी अर्जेंटीना की टीम-बी का हिस्सा बने और लगभग हर मैच में गोल किया। वह इस टीम में करीब 14 साल तक रहे। मेसी ने लगभग 17 साल की उम्र में बार्सिलोना के लिए डेब्यू किया था। उन्होंने अपना पहला मैच साल 2004 में खेला और बार्सिलोना क्लब के लिए खेलने वाले तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी बने। उन्होंने साल 2005 में बार्सिलोना की मुख्य टीम के लिए पहला गोल किया। इसके बाद मेसी ने सीनियर खिलाड़ी के रूप में बार्सिलोना के साथ अनुबंध किया और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
2006 में खेला पहला विश्व कप :
उन्होंने अपना पहला विश्व कप साल 2006 में खेला था। तब से अब तक वे सबसे ज्यादा 26 विश्व कप मैच खेल चुके हैं। इस दौरान उन्होंने अर्जेंटीना के लिए सबसे अधिक 13 गोल किए हैं। मेसी ने 22 साल की उम्र में पहला ‘बैलेन डी ओर खिताब’ जीता था। इसके बाद साल 2021 में वे बार्सिलोना से अगल हुए।
साल 2008 के बीजिंग ओलंपिक में मेसी ने अर्जेंटीना को स्वर्ण पदक दिलाया था। इसके बाद साल 2010 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। साल 2014 में जर्मनी से हारने पर मेसी बहुत दुखी हुए और रोते हुए दिखाई दिए। आखिरकार मेसी की आखिरी विश्व कप जीतने की ख्वाहिश साल 2022 में पूरी हो गई। अब तक लियानस मेसी 7 बार ‘बेलोन डी ओर’ और 6 बार ‘यूरोपियन गोल्डन शूज’ एवं बार्सिलोना के लिए 35 बार खिताब जीत चुके हैं। वहीं मेसी ‘ला लिगा’ के लिए 474 गोल कर चुके हैं। बार्सिलोना के लिए मेसी 672 गोल दाग चुके हैं।
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