Janjatiya Gaurav Divas 2022 : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज ‘Janjatiya Gaurav Divas‘ के मौके पर MP के शहड़ोल में कार्यक्रम के दौरान PESA Act लागू करने की घोषणा की है। इसके साथ ही मध्यप्रदेश PESA कानून लागू करने वाला 7वां राज्य बन गया है। दरअसल, राष्ट्रपति मुर्मू लालपुर, शहडोल में भगवान ‘बरसा मुंंडा जयंती’ पर आयोजित जनजातीय सम्मेलन में शामिल होने आई हैं। जहां, राष्ट्रगान के साथ जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम शुरूआत की गई। इसके बाद सहरिया जनजाति नृत्य की भव्य प्रस्तुति दी गई । इसके बाद महामहिम मुर्मू ने आदिवासी अधिकारों के संरक्षण हेतु PESA कानून की नियमावली को सार्वजनिक रूप से लागू होने की घोषणा की। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं…
कया है PESA Act कानून ?
भारतीय संविधान के 73वें संसोधन के तहत साल 1992 में देश में त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था लागू की गई थी। लेकिन यह महसूस किया गया कि इसके प्रावधानों में अनुसूचित क्षेत्रों विशेषकर आदिवासी क्षेत्रों की आवश्यकताओं का पूरा ध्यान नहीं रखा गया है। इसी कमी को पूरा करने के लिए संविधान के भाग-9 के अंतर्गत अनुसूचित क्षेत्रों में विशिष्ट पंचायत व्यवस्था लागू करने के लिए पंचायत अधिनियम 1996 बनाया गया। जिसे 24 दिसंबर 1996 को राष्ट्रपति द्वारा अनुमोदत कर दिया गया। यह अधिनियम जनजातीय समुदाय को स्वशासन का अधिकार देता है। इस अधिनियम का मुख्य उद्देश्य लोकतंत्र के तहत ग्राम प्रशासन स्थापित करना और जनजातीय ग्राम सभाओं को सभी गतिविधियों का केंद्र बनाना है। इसके साथ ही इसमें जनजातीय समुदाय की परम्पराओं एवं रीति रिवाजों के संरक्षण का भी प्रावधान किया गया है।
कौन-कौन से राज्यों में लागू है PESA कानून ?
मध्यप्रदेश देश का 7वां राज्य है, जहां PESA Act लागू किया गया है। इससे पहले देश 6 राज्यों में यह कानून लागू किया जा चुका है। जिनमें हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र राज्य शामिल हैं। PESA का पूरा नाम -The Provisions on the Panchyats Extension to the Scheduled Areas Bill है। जिसे हिंदी में पंचायत उपबंध विधेयक कहा जाता है। PESA Act का संबंध मध्यप्रदेश से ही ज्यादा रहा है। क्योंकि मध्यप्रदेश के झाबुआ से सांसद रहे दिलीप सिंह भूरिया की अध्यक्षता वाली समिति की अनुशंसा पर ही यह कानून बनाया गया था। जिसे 24 दिसंबर 1996 से देश में लागू किया गया था। इस PESA कानून के क्रियान्वयन के लिए राज्य सरकारों की ओर से नियम बनाए जाने लगे थे।
राष्ट्रपति मुर्मू 2 दिवसीय MP यात्रा पर :
महामहिम द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने के बाद यह पहली मध्यप्रदेश आधिकारिक यात्रा है। झारखंड के स्थापना दिवस एवं जंयती समारोह के बाद राष्ट्रपति मुर्मू विमान से जबलपुर पहुंचींं। जहां 2 दिवसीय मप्र प्रवास के लिए उनका भव्य स्वागत किया गया। इसके बाद राष्ट्रपति करीब 1.30 बजे शहडोल आकर कार्यक्रम में सम्मिलित हुंईं। यहां पर इन्होंने स्वसहायता समूहों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया और उत्पादों की जानकारी ली।
इसके बाद राष्ट्रपति भोपाल के लिए प्रस्थान करेंगी। जहां राजभवन में उनका स्वागत कार्यक्रम सम्पन्न किया जाएगा। यहां पर रातापानी, ओबेदुल्लागंज-इटारसी 4लेन (NH-46) सड़क परियोजना, और रक्षा अनुसंधान और विकास संस्थान, ग्वालियर की माइक्रोबियल कंटेनमेंट प्रयोगशाला की वचुअली रूप से उद्धाटन करेंगी। बुधवार को दोपहर में राष्ट्रपति मुर्मू महिला स्वसहायता समूहों के सम्मेलन को संबोधित करेंगी। और उसके बाद दिल्ली के लिए रवाना होंगी।
मप्र CM शिवराज सिंह चौहान ने दी शुभकामनाएं :
मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ट्वीट किया कि, मां भारती के गौरव तथा जल, जंगल और जमीन की रक्षा के लिए लड़ने वाले जनजातीय नायक, भगवान बिरसा मुड़ा जी की जयंती एवं भूदान आंदोलन के प्रणेता आचार्य बिनोवा भावे जी की पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर माल्यार्पण करके उन्हें नमन किया।
मां भारती के गौरव तथा जल, जंगल, जमीन की रक्षा के लिए लड़ने वाले जनजातीय नायकों के योगदान के लिए मध्यप्रदेश और देश सदैव उनका ऋणी रहेगा।
जनजातीय भाई-बहनों के हितों की रक्षा एवं कल्याण के पवित्र ध्येय की प्राप्ति के लिए हम अविराम प्रयास करते रहेंगे। #JanjatiyaGauravDiwas pic.twitter.com/qoykGAtqrW
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 15, 2022
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश सरकार लगातार आदिवासियों को रिझाने की कोशिश कर रही है। इसी के चलते पेसा एक्ट लागू करने की कवायद लंबे समय से की जा रही थी। हालांकि इस मामले को लेकर राज्य सरकार के विभागों में ही कुछ मतभेद है, जिनका निराकरण करण किया जाना अभी बाकी है। खास करके ग्रह मंत्रालय CRPC से जुड़े प्रावधानों को लेकर चिंतित हैं। पिछले साल इसी जयंती कार्यक्रम में मोदी ने बिरसा मुंडा जयंती को ‘Janjatiya Gaurav Divas‘ के रूप में मनाने की घोषणा की थी।
Comments