Jammu Kashmir News: मंगलवार को Jammu Kashmir के बारामूला में एक बार फिर सुरक्षाबलों ने आतंकी साजिश को नाकाम किया है। जानकारी के मुताबिक, उत्तरी कश्मीर के बारामुला के सोपोर शहर में सुरक्षाबलों ने आज 2-3 किलो Improvised Explosive Device (IED) बरामद किया है। इसके बाद एंटी बम स्क्वॉड को मौके पर बुलाया गया। इसके बाद मौके पर anti bomb squad को बुलाया गया। स्कॉड ने IED को सुरक्षित स्थान पर ले जाकर निष्क्रिय कर दिया। करीब 2 घंटे तक चले सर्च ऑपरेशन के बाद राज्य मार्ग पर यातायात को फिर से बहाल कर दिया गया। फिलहाल सुरक्षाबलों की आगामी जांच जारी है…
कैसे लगा IED का पता ?
सूत्रों से पता चला है कि, उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के सोपोर के तुलीबल इलाके में संदिग्ध IED की जानकारी सुरक्षा बलों को लगी। जानकारी मिलते ही सोपोर पुलिस, 52 राष्ट्रीय रायफल्स और CRPF के जवान मौके पर पहुंच गए। राज्यमार्ग पर यातायात एवं लोगों की आवाजाही को रोंक 2 घंटै तक सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इसके बाद मौके पर पहुंचे बम निरोधक दस्ते (anti bomb squad) ने IED को डिफ्यूज कर दिया। उसके बाद राज्यमार्ग पर यातायात को फिर से बहाल कर दिया।
क्या है Improvised Explosive Device ?
यह परम्परागत सैनिक कार्यों के लिए निर्मित एवं प्रयुक्त बमों से भिन्न होते हैं। ये विस्फाटक बम भी परम्परागत सैनिक विस्फोटकों से ही बने होते हैं (जैसे- ऑर्टिलरी राउन्ड से) और इनमें कोई विस्फोटक मेकेनिज्म लगी होती है। यह बम प्राय: सड़कों के किनारे लगाए जाने वाले बम होते हैं, जो मुख्यत: आतंकवादी कार्यवाईयों में देखे जाते हैं। यह IED आतंकियों की सबसे चहेता विस्फोटक उपकरण होता है।
शोपियां जिले में भी मिला IED :
अधिकारियों ने बताया कि, जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में विस्फोटक उपकरण तो मिले ही हैं। वहीं जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले के शिरमल इलाके से भी 6 दिसंबर को IED बरामद किए गए थे। शोपियां जिले के शिरमल क्षेत्र में सड़क के किनारे विस्फोटक उपकरण (IED) लगाई गए थे। परन्तु आतंकवादीयों की यह आतंकी साजिश को समय रहते नाकाम कर दिया गया। उन्होंने बताया कि, शिरमल इलाके में सेना की संयुक्त टीम गश्त पर थी, तभी सड़क के किनारे IED पर उनकी नजर पड़ी। उसके बाद तत्काल इलाके की नाकेबंदी कर बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया। और इस प्रकार एक बड़ा हादहा होने से टल गया।
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