Indian Air Force Day 2022: आज भारतीय वायुसेना अपना 90वां स्थापना दिवस मना रही है। इस दिन वर्ष 1932 में आधिकारिक रूप से रॉयल इंडियन एयरफोर्स के नाम से भारतीय वायुसेना की नींव रखी गई थी। ऐसा पहली बार हो रहा है जब वायु सेना दिवस, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बाहर चंडीगढ़ के सुखना लेक पर आयोजित किया गया। इस अवसर पर तीनों सेनाओं की सर्वोच्च कमांडर और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तथा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मौजूद रहे। इस बार Indian Air Force Day बहुत खास है क्योंकि आजादी 75वीं वर्षगांठ के मौके पर 75 एयरक्राफ्ट एयर फ्लाई में हिस्सा लेंगे। जबकि 9 विमानों को स्टैंड-बाय पर रखा जाएगा। सुबह की परेड चंडीगढ़ एयरफार्स स्टेशन पर हुई। चलिए जानते हैं और भी बातें..
एयर शो में कौन-कौन शामिल ?
पहली बार चंडीगढ़ के सुखना लेक पर होने वाले फ्लाई पास्ट में तीनों सर्वोच्च कमांडर और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ ही पंजाब के गवर्नर बनवारीलाल पुरोहित, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर एवं अन्य दिग्गज भी सुखना लेक पहुंचे। इससे पहले यह कार्यक्रम दिल्ली के हिंडन एयरबेस पर होता था।
आज Indian Air Force Day पर एयर शो :
आज 9 बजे एयरबेस पर कार्यक्रम की शुरूआत हुई। उसके बाद वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी.आर चौधरी ने परेड की सलामी लीऔर एडवांस हलीकॉप्टर कॉर्मेशन में फ्लाई किया। इसी बीच एयर चीफ मार्शल ने एयरफोर्स के जवानों को संबोधित किया। इसक बाद नई कॉम्बेट ड्रेस को जारी किया गया एवं परेड में हेलीकॉप्टर की दो फॉर्मेशन ने फ्लाई किया। सुखना लेक के ऊपर शुरू हुए एयरशो में चिनूक ने अपने करतब दिखाकर सबको रोमांचित किया। हालांकि की बादलों के कारण सुखना लेक पर विजिबिलिटी 5 से 6 किलोमीटर ही रही। परन्तु विमानों ने अपना करतब दिखाकर सभी को आनंदित कर दिया।
चिनूक का जबरदस्त प्रदर्शन :
फ्लाई पास्ट की शुरूआत MI17-B5 हेलीकॉप्टर के बाम्बी बकेट से हुई। यदि कहीं आग लग जाती है तो यह हेलीकॉप्टर झील से पानी अपने बकेट में भरता है और फिर आग बुझाता है। इसके बाद वायुसेना के गरूड़ कमांडोज हेलीकॉप्टर से झील में उतरकर अपना कतरब दिखाया कि केसे वह पानी में दुश्मनों को धूल चटा देंगे। इसके बाद चिनूक हेलीकॉप्टर ने भी अपना हुनर दिखाया।
कौन-कौन से विमान फ्लाई पास्ट का हिस्सा रहे ?
सुखना झील के हवाई पास्ट में, प्रचंड के तीन विमानों ने हवाई कौशल का प्रदर्शन किया। इसके अलावा हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस, सुखोई, जगुआर, मिग-29, राफेल, आईएल-76, सी-130जे एवं हॉक भी फ्लाई पास्ट का हिस्सा रहे। इसके अलावा हल्के हेलीकॉप्टर ध्रुव, चिनूक, अपाचे एवं MI17 भी हवाई प्रदर्शन का हिस्सा रहे।
भारतीय वायुसेना का इतिहास और अन्य तथ्य :
- भारतीय वायुसेना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायुसेना है। यूपी के गाजियाबाद में स्थित हिंडन वायुसेना स्टेशन एशिया में सबसे बड़ा है। इंडियन वायुसेना को पहले रॉयल इंडियन एयरफार्स के नाम से जाना जाता था।
- भारतीय वायुसेना में बड़ी संख्या में महिला फाइटर पायलट, महिला नेविगेटर एवं महिला अधिकारी शामिल हैं। जो इंडियन एयर फोर्स को अपनी सेवाएं प्रदान करती हैं। इंडियन एयर फोर्स ने विभिन्न ऑपरेशन्स में अहम भूमिका निभाई है। इनमें ऑपरेशन पूमालाई, विजय, मेघदूत सहित अन्य शामिल हैं।
- भारतीय वायुसेना ने उत्तराखंड में आई बाढ़ के समय पर फंसे नागरिकों को बचाते हुए एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। मिशन का नाम ‘राहत’ रखा गया था। इस मिशन के तहत लगभग 20,000 लोगों को बचाया गया था। IAF ने देश की प्राकृतिक आपदाओं में हमेशा भाग लेकर लोगों को बचाया है। इसमें उत्तर भारत में बाढ़, गुजरात चक्रवात (1998), सुनामी (2004) शामिल हैं।
- भारतीय वायु सेना अब तक कई युध्दों में भाग ले चुकी है। जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ 4 बार एवं चीन में 1962 के युध्द में अपना कमाल दिखा चुकी है।
केंद्र ने भारतीय वायुसेना में अधिकारियों के लिए एक हथियार प्रणाली शाखा के निर्माण को मंजूरी दी है। इसके साथ ही अगले साल एयरफोर्स में महिला अग्निशामक की भर्ती की तैयारी की जा रही है। आज Indian Air Force Day के अवसर पर दिग्गजों ने भी हमेशा अग्रणी भूमिका निभाने वाले वीर जवानों की वीरता और साहस को सलाम करते हुए शुभकामनाएं दीहैं।
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