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ICC Cricket Rules: आज से लागू होगें क्रिकेट में 9 नए नियम, हाइब्रिड पिच की अनुमति, मांकडिंग में भी बदलाव…

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ICC Cricket Rules: अंतर्राष्‍ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के नए नियम 1 अक्‍टूबर यानि आज से प्रभावी हो रहे हैं। इसीलिए आज का दिन क्रिकेट जगत के लिए काफी खास है। नए नियमों को BCCI अध्‍यक्ष और पूर्व भारतीय कप्‍तान सौरव गांगुली की अगुवाई वाली ICC की मुख्‍य कार्यकारी समिति ने हाल ही में अनुमति प्रदान की है। यह नए नियम 16 अक्‍टूबर 2022 से ऑस्‍ट्रेलिया में शुरू होने वाले T20 वर्ल्‍ड कप में देखने को मिलेंगे। आगे हम बताने वाले हैं कि जिन 9 नियमों में बदलाव हुआ है, उनमें सबसे खास है मांकडिंंग जो चर्चा का विषय बना हुआ है।  इन नियमों से खेल पर क्‍या असर पड़ेगा और पुराने नियम क्‍या थे?

आज लागू होंगे ICC के ये निमय :

रन आउट, स्‍ट्राइक के लिए घटाया 1 मिनिट 

यदि कोई गेंदबाज गेंद फेंकने से पहले नॉन स्‍ट्राइकिंग एंड पर खड़े बल्‍लेबाज की गिल्लियां बिखेरकर अथवा गिराकर उसे आउट कर देता है तो इसे अब ऑफिशियल रन आउट माना जाएगा। पहले इसे मांकडिंग कहा जाता था। मांकडिंग का नियम क्रिकेट के सबसे विवादित नियमों में से एक है।

अब विकेट गिरने के बाद नए बल्‍लेबाज को टेस्‍ट और वनडे दोनों मैचों में 2 मि‍नट के भीतर स्‍ट्राइक लेने के लिए तैयार होना होगा। पहले इसके लिए 3 मिनिट का समय मिलता था।  जबकि T20 के लिए यह समय पुर्वानुसार 90 सेकेंड ही है।

पिच से बाहर जाने पर नहीं मिलेगा रन 

अगर कोई बल्‍लेबाज गेंद खेलने की कोशिश में पूरी तरह पिच से बाहर निकल जाता है तो उसे डेड बॉल माना जाएगा और इसके लिए बल्‍लेबाज को कोई रन नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा कोई भी गेंद जो बल्‍लेबाज को पिच छोंड़ने के लिए मजबूर करेगी, उसे नो बॉल ही कहा जाएगा। अब हर स्थिति में बल्‍लेबाज को पिच के अंदर रहकर ही शॉट खेलना होगा।

पुराने नियम के अनुसार बल्‍लेबाज को पूरी तरह छूट रहती थी कि वह गेंदबाज के हाथ से गेंद छूटने के बाद कहीं भी जाकर इस गेंद को खेल सकता है। कई बार गेंद बॉलर के हाथ से फिसलकर पिच से बाहर चली जाती थी और गेंदबाज इसका पूरा फायदा उठाकर रन बटोर लेते थे। इससे बल्‍लेबाज अनुचित शॉट्स नहीं खेल पाएंगे। यदि गेंद बॉलर के हाथ से छूटकर पिच से बाहर जाएगी तो अंपायर उसे नो बाल करार देंगे।

फील्‍डर के अनुचित व्‍यवहार पर 5 रनों की पेनाल्‍टी

यदि बॉलर के बॉल फेंकने से ठीक पहले कोई फील्‍डर जानबूझकर अनुचित हरकर करता है, तो अंपायर उस गेंद को डेड बॉल देने के साथ ही बल्‍लेबाजी करने वाली टीम को पेनाल्‍टी के रूप में 5 रन दे सकते हैं। अब इस नियम को और सख्‍त बना दिया गया है। अब ऐसा करने पर अंपायर बल्‍लेबाज टीम को 5 रन दे सकता है। नए नियम के आने के बाद अब अनुचित छींटाकशी पर रोक लगेगी।

ICC के इस नियम से तेज होगी ओवर की रफ्तार

टी-20 क्रिकेट में धीमी ओवर गति पर अब जुर्माने का प्रावधान किया गया है। 2023 विश्‍वकप होने के बाद इसे वनडे में भी लागू किया जाएगा। इस नियमानुसार, गेंदबाजी करने वाली टीम को एक निश्चित समय के अंदर अपना आखिरी ओवर शुरू करना होता है। यदि निश्चित समय सीमा पर टीम अपना आखिरी ओवर नहीं शुरू कर पाती है तो उस समयसीमा के बाद जितने भी ओवर होते हैं। उनमें एक फील्‍डर बाउंड्री से हटाकर 30 गज के दायरे के अंदर रखना पड़ता है।

पहले धीमी गति से ओवर करने पर टीम के कप्‍तान पर जुर्माना लगता था। दूसरी बार ऐसा होने पर टीम के खिलाडियों पर एवं तीसरी बार ऐसा होने पर कप्‍तान पर एक मैच का प्रतिबंध लग जाता था।, लेकिन मैच के दौरान कोई कार्यवाही नहीं होती थी।

सभी मैचों में होगा हाइब्रिड पिच का उपयोग

उक्‍त नियमों के अलावा अब महिला और पुरूष वनडे और टी-20 मैचों के लिए खेलने की शर्तों में संशोधन किया जाएगा, ताकि दोनों टीमों के सहमत होने पर हाइब्रिड पिचों का उपयोग किया जा सके।

वर्तमान में हाइब्रिड पिचों का उपयोग केवल महिला टी-20 मैचों में ही  किया जा सकता है। लेकिन 1 अक्‍टूबर के बाद महिला एवं पुरूष दोनों के लिए सभी मैचों में हाइब्रिड पिच का इस्‍तेमाल किया जा सकेगा।

गेंद फेंकने से पहले नहीं होगा रनआउट

पहले यह नियम था कि अगर कोई बल्‍लेबाज गेंद खेलने से पहले ही क्रीज से बाहर आ जाता है, तो बॉलर थ्रो करके उसे उन आउट कर सकता था। लेकिन नये नियम के बाद अगर गेंदबाज ऐसा करने की कोशिश करता है तो वह गेंद डेड बॉल करार दी जाएगी। इससे बल्‍लेबाजों के पास खुलकर अपनी क्रीज का इस्‍तेमाल करने की आजादी होगी।

लार पर पूर्णत: प्रतिबंध

गेंद चमकाने के लिए लार का उपयोग किया जाता था। लेकिन कोरोना महामारी के बाद  सुरक्षा के मद्देनजर इस पर प्रतिबंधित कर दिया गया था। अब इसे स्‍थायी रूप से लागू कर दिया गया है। कोरोना महामारी के दौरान लार को प्रतिबंधित कर पसीने से गेंद चमकाई गई ओर यह तरीका भी उतना ही कारगर साबित हुआ। अब गेंद चमकाने के लिए यदि कोई लार का उपयोग करता है तो वह बॉल टेंपरिंग की सूची में आएगा।

नया बल्‍लेबाज ही खेलेगा अगली गेंद

अब किसी बल्‍लेबाज के कैच आउट होने पर नए बल्‍लेबाज को ही अगली गेंद खेलनी होगी। पहले ऐसा नियम था कि किसी बल्‍लेबाज के कैच आउट होने पर अगर बल्‍लेबाज अपने छोर बदल देते थे तो नया बल्‍लेबाज नॉन स्‍ट्राइक पर रहता था। मगर अब नया बल्‍लेबाज  ही अगली गेंद खेलेगा। लेकिन यदि आखिरी गेंद पर विकेट गिरता है तो दूसरे छोर पर रहने वाला बल्‍लेबाज अगली गेंद खेलेगा और नया बल्‍लेबाज नॉन स्‍ट्राइक पर रहेगा।

 

 

 

 

 

Kusum
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