Delhi MCD Election 2022: दिल्ली की Anti Corruption Bureau की टीम ने कार्यवाई करते हुए आप विधायक के PA और रिश्तेदार समेंत 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन तीनों आरोपियों पर रूपये लेकर पार्षद का टिकट नहीं दिलाने का आरोप है। दरअसल मामला कमला नगर के वार्ड क्रमांक-69 का है, जहां Delhi MCD Election में टिकट को लेकर धांधली की घटना सामने आई है। दिल्ली की Anti Corruption Bureau ने AAP विधायक के PA विशाल पांडे और उसके रिश्तेदार शिव शंकर पांडेय व ओम सिंह को गिरफ्तार किया है। इन तीनों व्यक्तियों पर एक महिला से पार्षद का टिकट दिलाने के लिए 90 लाख रूपये की मांग का आरोप है।
क्या है पूरा मामला ?
यह पूरा मामला दिल्ली के कमला नगर के वार्ड क्र. 69 का है, जहां AAP कार्यकर्ता शोभा खारी ने पार्टी से टिकट मांगा है। आरोप है कि विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी ने टिकट दिलवाने के बदले 90 लाख रूपये की डिमांड की थी। महिला ने टिकट के लिए विधायक अखिलेश को 35 लाख व वजीरपुर विधायक राजेश गुप्ता को 20 लाख रूपये की राशि दे दी है। महिला ने आरोप लगाया है कि शेष रकम लिस्ट में नाम आने के बाद तय हुई है। इस पर महिला ने विधायक अखिलेश के साले ओम सिंह से रूपये वापस करने की मांग की है। ओम सिंह ने महिला को रकम वापस देने का आशसन दिया ।
रंगे हांथों पकड़े गए तीनों आरोपी :
जब शुक्रवार को जारी APP की पहली सूची में शोभा ने अपना नाम नहीं पाया तो Anti Corruption Bureau से इसकी शिकायत कर दी। पीडि़त महिला ने व्यूरो को वीडियो भी दिया। इसके बाद टीम ने जाल बिछाया और 15 नवंबर की रात में ओम सिंह अपने साथी शिव शंकर पांडे अैर प्रिंस रघुवंशी के साथ घूस के 33 लाख रूपये लेकर पीडि़त महिला के पास पहुंचा। यहां पहले से मौजूद टीम के सदस्यों ने तीनों को रंगे हाथ पकड़ लिया।
4 दिसंबर को होगा मतदान :
आपको बता दें कि, Delhi MCD Election में आम आदमी पार्टी ने महिला और प्रत्याशियों पर भरोसा जताया है। इसके अलावा एक को छोड़कर 2017 के किसी भी प्रत्याशी को आम आदमी पार्टी ने मौका नहीं दिया है। जिसके चलते बड़ी संख्या में नेताओं की नाराजगी भी पार्टी के खिलाफ देखी जा रही है। गौरलतब है कि Municipal Corporation Election में कुल 250 सीटें हैं। जिसके लिए 4 दिसंबर को मतदान होंगे, और 7 दिसंबर को परिणाम आएंगे। आम आदमी पार्टी ने बीते शुक्रवार को 134 और शनिवार को दूसरी सूची में 116 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की थी। जिसमें ज्यादातर पुराने कार्यकर्ताओं को टिकट दिया गया है।
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