Crypto Hacking: हाल ही में ब्लॉकचैन एनालिटिक्स फर्म ने खुलासा किया है कि इस साल 125 से भी ज्यादा Crypto Hacking हुईं हैं। जिसमें अक्टूबर माह में सबसे ज्यादा चोरी ($718 M) हुई है। भले ही इस वर्ष क्रिप्टो करेंसी बाजार क्रैश हो गया है, लेकिन हैकर्स के लिए यह अब भी मोटी रकम कमाने का जरिया बना हुआ है। हैकर्स क्रिप्टोकरेंसीज का डिजिटल कैश मशीन की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। ब्लॉकचेन विशेषज्ञ चाइनालाइसिस आईएनसी के मुताबिक अकेले अक्टूबर महीने में अब तक 718 मिलियन डॉलर की चोरी हो चुकी है, जो पिछले साल के 3 बिलियन डॉलर से कहीं ज्यादा है। ऐसे में 2022 में हैक किए गए क्रिप्टो करेंसीज के कुल वैल्यू का रिकॉर्ड बन गया है।
इन 2 कारनामों से हिला क्रिप्टो मार्केट
हाल ही के दिनों में हुई इन दो प्रमुख कारनामों से क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में उथल-पुथल मची हुई है। जिसमें एक हैकर ने अपने टोकन की कीमतों में हेराफेरी करके DeFi सेवा मैंगो से करीब 100 मिलियन डॉलर निकाल लिए। इस प्रक्रिया में साइबर अपराधी ने प्लेटफॉर्म पर जमाकर्ताओं की रकम का सफाया कर दिया। ऐसी तथाकथित कारनामें विकेंद्रीकृत वित्त या DeFi प्रोटोकॉल्स जो सॉफ्टवेयर आधारित अल्गोरिदिम पर आधारित होते हैं। एवं क्रिप्टो निवेशकों को केंद्रीय मध्यस्थ का उपयोग किए बिना डिजिटल लेजर पर ट्रेड करने, उधार लेने अथवा उधार देने की सुविधा प्रदान करते हैं, उनको सबसे ज्यादा निशाना बनाया गया है।
इसके अलावा बनांस के CEO ने अपने एक बयान में कहा- पिछले हफ्ते, 2 मिलियन बिनांस के सिक्के जिनका मूल्य करीब 570 मिलियन डॉलर के बराबर है, को एक हैकर ने प्रभावी ढंग से सफाया कर दिया। बिनांस के अनुसार इसमें करीब 100 मिलियन डॉलर की वसूली नहीं की जा सकी, जबकि बाकी राशि को फ्रीज कर दिया गया।
हैकर्स ने हमले का तरीका बदला
विशेषज्ञ Chainalysis बताते है कि, हैकर्स ने 2021 में 2.1 बिलियन डॉलर की हेराफेरी की थी। पिछले कुछ सालों में हैकर्स ने क्रिप्टो एक्सचेंजों पर हमला किया है, जिसके चलते उन कंपनियों ने अपनी सुरक्षा को मजबूत कर लिया। इसलिए अब साइबर अपराधियों ने भी अपना ध्यान ‘क्रॉस-चेन ब्रिज’ पर केंद्रित कर लिया है। जो निवेशकों को डिजिटल एसेट्स और डेटा को विभिन्न ब्लॉकचेन में स्थानांतरित करने की स्वीकृति देता है। यह ‘क्रॉस-चेन ब्रिज’ बहुत सारी क्रिप्टो करेंसीज को स्टोर करते है। उन्होंने बताया कि फिलहाल, ”क्रॉस-चेन ब्रिज” हैकर्स के लिए मुख्य लक्ष्य बने हुए हैं। अकेले इस महीने 3 ब्रिज टूटे, जिससे 60 करोड़ डॉलर की चोरी हुई है।
अक्टूबर अब हैकिंग मामले के लिए इस वर्ष का अब तक का सबसे महीना बन गया है, जबकि अभी आधा महीना बाकी है। साइबर अपराधियों द्वारा अगस्त में नोमाड पर भी अटैक कर 200 मिलियन डॉलर चुरा लिए गए थे। रिपोर्ट के मुताबिक, बिनास और नोमाड दोनों हमलों पर हैकर्स ने क्रॉस-चेन ब्रिज ट्रॉजेक्शन प्रोटोकॉल के भीतर सुरक्षा कमियों का फायदा उठाया है।
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