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Credit Card: आपात स्थिति में ही निकालें क्रेडिट कार्ड से पैसे, लगता है भारी ब्‍याज..

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Credit Card

Credit Card: भारत में क्रेडिट कार्ड धारकों की संख्‍या तेजी से बढ़ रही है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अनुसार, अब क्रेडिट कार्ड का इस्‍तेमाल करने वालों का आं‍कड़ा 5 करोड़ के पार निकल गया है। लेकिन क्‍या आप जानते है कि इसके लिए आप भारी ब्‍याज भी चुकाते हैं। यदि नहीं तो पढिए यह पोस्‍ट…

कर्जदाता कंपनियां अपने ग्राहकों को क्रेडिट कार्ड से नकद निकासी की सुविधा देती हैं। जिससे जरूरत पड़ने पर अपने कार्ड से पैसे निकाल सकते है। लेकिन जानकार बताते हैं कि आपात स्थिति में ही Credit Card से नकद निकासी करनी चाहिए। क्‍योंकि इस पर आपको भारी ब्‍याज और लेनदेन शुल्‍क चुकाना पड़ता है।  साथ ही इससे क्रेडिट स्‍कोर भी प्रभावित होता है।

मिलने वाली सुविधाएं

RBI के मुताबिक, क्रेडिट कार्ड धारकों की संख्‍या में हो रही लगातार वृध्दि से अब कार्ड धारकों की संख्‍या 5 करोड़ के ऊपर निकल गई है। इसकी प्रमुख वजह कार्ड धारकों को इससे कई तरह की सुविधाएं मिलना है। इन सुविधाओं में ब्‍याज मुक्‍त कर्ज चुकाने की अवधि, क्रडिट कार्ड पर मिलने वाले रिवार्ड प्‍वाइंट, कैशबैक एवं अन्‍य कई तरह की छूट शामिल हैं।

कितनी कर सकते हैं निकासी

बैंक अथवा अन्‍य कर्जदाता कंपनी अपने ग्राहकों को क्रेडिट कार्ड से पैसे निकालने की अलग-अलग लिमिट देते हैं। जो कार्ड की अधिकतम लिमिट के आधार पर तय होती है। सामान्‍यत: बैंक अथवा अन्‍य कर्जदाता कंपनी अपने ग्राहकों को कार्ड से कुल लिमिट का 20% से 40%  रकम निकासी की ही छूट देते हैं। उदाहरण के लिए- माना आपके क्रेडिट कार्ड की अधिकतम लिमिट 1 लाख रूपये है तो आप अपने कार्ड से 20,000 से लेकर 40,000 रूपये ही निकाल सकते हैं।

भरना पड़ता है 3% तक अतिरिक्‍त शुल्‍क

कर्जदाता कंपनियां व बैंक, क्रडिट कार्ड से नकद निकासी पर ब्‍याज के अलावा अतिरिक्‍त शुल्‍क भी चार्ज करती हैं। यह शुल्‍क निकाली गई राशि का 2.5% से 3% तक हो सकता है। माना यदि आप क्रडिट कार्ड से  1 लाख रूपये निकालते हैं तो आपको 2500 से 3000 रूपये तक अतिरिक्‍त शुल्‍क चुकाना पड़ेगा। इसके अलावा,  बैंक अथवा कर्जदाता निकाली गई राशि पर हर महीने 3.5% की दर से ब्‍याज भी वसूलते हैं। 

जल्‍द से जल्‍द कर दें भुगतान

आप जब भी Credit Card से पैसे निकालें तो जल्‍द-से -जल्‍द उसका भुगतान जरूर कर दें। भारी भरकम ब्‍याज से बचने के लिए बेहतर रहेगा कि आप बिलिंग डेट से पहले ही उसे चुकादें। कार्ड से पैसे निकालने पर आपको ब्‍याज मुक्‍त कर्ज चुकाने की अवधि का लाभ नहीं मिलता है। मतलब आपने जिस दिन कार्ड से पैसे निकाले, उसी दिन से ब्‍याज लगना शुरू हो जाता है। इसके अलावा,  नकदी निकासी को क्रेडिट कार्ड का इस्‍तेमाल माना जाता है। इससे कार्ड लिमिट भी कम हो जाती है।

याद रखें यह बातें 

  • यह हमेशा ध्‍यान रखें कि आप खरीदारी करते समय कार्ड की पूरी क्रेडिट लिमिट का इस्‍तेमाल न करें। सिर्फ एक कार्ड रखने की जगह दो-तीन कार्ड रखें। इससे मोटे खर्चे को बांटने में आसानी होगी।
  • आप क्रेडिट कार्ड बिल को बिलिंग डेट तक जरूर चुका दें। ऐसा न करने पर क्रेडिट स्‍कोर पर भी बुरा असर पड़ता है। सिर्फ न्‍यूनतम राशि का भुगतान करने से बचें।
  • कभी भी अचानक कार्ड बंद नहीं करवाना चाहिए। क्‍योंकि इससे यूटिलाइजेशन रेश्‍यो बिगड़ता है। एक कार्ड बंद कराने से आपका क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्‍यो बढ़ जाएगा। इससे आपका क्रेडिट स्‍कोर बिगड़ता है। भले ही कार्ड का इस्‍तेमाल न करें, लेकिन उसे एक्टिव रखें।

 

 

 

Kusum
I am a Hindi content writer.

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