Congress President Election: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव की प्रक्रिया आज सुबह 10 बजे से शुरू हो चुकी है। हो रहे इन चुनावों के नतीजे आने के बाद कांग्रेस को करीब 24 साल बाद गांधी परिवार से अलग कोई अध्यक्ष मिलने वाला है। इस पद के लिए पार्टी के सबसे वरिष्ट दिग्गज नेताओं में से एक मल्लिकार्जुन खरगे और सबसे लोकप्रिय नेताओं में जगह बनाने वाले नेता शशि थरूर के बीच टक्कर है। जिसके लिए इस Congress President Election में लगभग 9000 से ज्यादा प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। यह प्रतिनिधि सीक्रेट वैलेट पेपर के जरिए अपनी पसंद के नेता को चुनेंगे। तो चलिए जानते हैं कि इन दोनों प्रत्याशियों में से किसकी दावेदारी ज्यादा मजबूत है? कौन कांग्रेस का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष होगा?
मल्लिकार्जुन खरगे की दावेदारी इतनी मतबूत क्यों?
आपको बता दें कि थरूर के मुकाबले खरगे के साथ ज्यादा कांग्रेसी नेता खड़े नजर आ रहे हैं। खरगे को पार्टी और विरष्ठ नेताओं का भरपूर समर्थन मिल रहा है। कहा जा रहा है कि गांधी परिवार भी खरगे को ही अध्यक्ष के रूप में देखना चाहता है।
मल्लिकार्जुन खरगे की दावेदारी ज्यादा मजबूत होने की कई खास वजहें हैं। जिसमें से 9 बार विधायक रहे खरगे की मजदूरों के साथ अच्छी पकड़ इसकी मुख्य वजह है। साल 1969 में उन्होंने मजदूरों के पक्ष में लड़ाई लड़ी। वे संयुक्त मजदूर संघ के प्रभावशाली नेता भी रह चुके हैं। इसके अलावा, 1969 से कांग्रेस में शामिल हो चुके खरगे गांधी परिवार के लिए भरोसेमंद नेता माने जाते हैं। वे दक्षिण भारत की जमीन से जुड़े नेता रहे हैं, विपक्ष के नेताओं से उनके अच्छे संबंध रहे हैं। वे आगामी चुनावों में कर्नाटक, महाराष्ट्र में कांग्रेस को फायदा भी दिला सकते है। प्रशासनिक और संगठन कार्यों में माहिर खरगे को प्लानिंग का मास्टर कहा जाता है।
शशि थरूर की दावेदारी कितनी मजबूत है?
कांगेस पार्टी पर आरोप लगाने वाले एवं पार्टी में बदलाव चाहने वाले युवाओं के बीच शशि की लोकप्रियता पहले से काफी ज्यादा है। भले ही खरगे जितना संगठन अनुभव न हो, लेकिन देश भर में इनकी जबरदस्त फैन फॉलोइंग है। थरूर कांग्रस में बदलाव एवं विपक्ष को झटका देने में सक्षम हैं। ये चपलता-तर्कशीलता और बोलने में ज्यादा प्रभावी हैं। इन्हें बेहतरीन अंग्रेजी, हिंदी और कई अन्य भाषाओं में महारथ हासिल है। ये कांग्रेस में अंदरूनी उठापटक करने में सक्षम हैं। भले ही नेताओं ने इनका समर्थन खुलकर नहीं किया है, परन्तु पार्टी के अंदर बदलव चाहने वाले नेता इनका साथ जरूर देंगे। 13 सालों से तिरूवनंतपुरम के सांसद न सिर्फ दक्षिण भारत में बल्कि उत्तर में भी काफी चर्चित हैं। थरूर ने कांग्रेस पार्टी पर कुछ आरोप भी लगाते हुए नजर आ चुके हैं।
कैसी है कांग्रेस की चुनावी प्रक्रिया?
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए चुनाव आज 10 बजे से वोटिंग शुरू हो चुकी है। वोटिंग का निर्धारित समय सुबह 10 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक है। इसके लिए देशभर में 40 केंद्रों पर 68 बूथ बनाए गए हैं। जिसमें लगभग 9000 से भी ज्यादा प्रतिनिधि मतदान करेंगें। इसके बाद सील मतपेटियों को दिल्ली के स्ट्रॉन्ग रूम में रखा जाएगा। जिसके बाद बुधवार यानि 19 अक्टूबर को पार्टी मुख्यालय में मतगणना कर परिणाम घोषित किए जाएंगे।
प्रतिनिधियों को मतदान करने के लिए एक मतपत्र प्रदान किया जाएगा। जिसमें मतदाता अपने पसंद के उम्मीदवार के नाम के आगे सही का निशान लगाकर मतपत्र को मतपेटी में डाल देगा। यह वोटिंग प्रक्रिया पूरी तरह से गुप्त होगी। तय समय पर मतदान खत्म होने के बाद मतपेटियों को सील कर दिल्ली में पार्टी मुख्यालय ले जाया जाएगा।
कौन-कहां पर देगा मतदान ?
सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी एवं मनमोहन सिंह समेत अन्य सीडब्ल्यूसी के सदस्य कांग्रेस मुख्यालय में बने बूथ पर अपना मतदान करेगेंं। इसके अलावा भारत जोड़ो यात्रा कैंप में भी एक बूथ बनाया गया है, जहां इस यात्रा में शामिल सदस्य एवं राहुल गांधी अपना मतदान करेंगें। शशि थरूर तिरूवनंतपुरम और मल्लिकार्जुन बेंगलुरू स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मतदान करेंगे।
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