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Chandra Grahan 2022: साल का आखिरी चंद्र ग्रहण कल, इस पोस्‍ट में जानें ग्रहण और सूतक काल का सही समय

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Chandra Grahan

Chandra Grahan 2022: साल का आखिरी ‘Chandra Grahan’ कार्तिक मास की पूर्णिंमा को लगने जा रहा है, वहीं साल का पहला चंद्र ग्रहण 16 मई 2022 को लगा था। । यह चंद्र ग्रहण साल के आखिरी सूर्य ग्रहण के ठीक 15 दिन बाद ‘देव दिवाली’ के दिन 8 नवंबर की तिथि को पड़ रहा है। हिंदू पंचाग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्‍ल पक्ष की पूर्णिंमा तिथि को  देव दीवाली का पर्व मनाया जाता है। हालांकि, चंद्र ग्रहण और प्रदोष काल की पूजा को देखते हुए ‘देव दीवाली’ 07 नवंबर को ही मानाई जा रही है। तो आइए जानते हैं चंद्रग्रहण और सूतक काल का सही समय…

कब और कहॉं दिखेगा आखिरी चंद्र ग्रहण ?

यह चंद्र ग्रहण भारत समेत कई एशियाई द्वीपों, पूर्वी/दक्षिण यूरोप, उत्‍तरी/दक्षिणी अमेरिका, ऑस्‍टेलिया, पेसेफिक अटलांटिक और हिंद महासागर में दिखाई दे सकता है। आपके शहर में शाम को इस समय से शुरू होगा साल आखिरी चंद्र ग्रहण-

दिल्ली :      –        5.28                नोएडा :       –     5.30
अमृतसर :  –       5.32                लखनऊ :     –     5.16
भोपाल :     –        5.36                लुधियाना :   –    5.34
जयपुर :      –        5.37                शिमला :     –      5.20
मुंबई :        –        6.01                कोलकाता : –     4.52
रायपुर :      –       5.21                 पटना :        –      5.00
इंदौर :        –       5.43                देहरादून :    –      5.22
उदयपुर :   –       5.49                 गांधीनगर :  –      5.55

कब से कब तक है सूतक काल ?

ज्योतिष शास्‍त्र के अनुसार, चंद्र ग्रहण के दौरान सूतक कल का समय ग्रहण शुरू होने के 9 घंटे पहले लग जाता है। ये चंद्र ग्रहण भारत के कुछ हिस्‍साें से देखा जा सकेगा। इसलिए चंद्र ग्रहण का सूतक काल मान्‍य होगा।   ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र ने बताया कि भारतीय समयानुसार, दुनिया में चंद्र ग्रहण की शुरूआत 8 नवंबर को दोपहर 2:39 मिनिट पर होगी। लेकिन भारत में यह चंद्र ग्रहण चंद्रोदय के समय ही देखा जा सकेगा। भारत में चंद्र ग्रहण शाम 5:29 से शुरू होकर  शाम 8:19 बजे तक चलेगा। पूर्वी भारत के कुछ हिस्‍सों में इस चंद्र ग्रहण को पूर्णत: देखा जा सकेगा, वहीं देश के बाकी हिस्‍सों में इसका आशिंक चरण ही नजर आएगा।

कब लगता है Chandra Grahan ?

दरअसरल, पृथ्‍वी सूर्य का चक्‍कर लगती है और चंद्रमा पृथ्‍वी का चक्‍कर लगाता है। इसी कड़ी में एक क्षण ऐसा आता है जब पृथ्‍वी, चंद्रमा और सूर्य के बीच में आ जाती है। चूंकि इस अवस्‍था में तीनों एक ही सीध में होते हैं, इसलिए सूर्य की रौशनी चंद्रमा तक नहीं पहुंच पाती। इसी स्थिति को चंद्र ग्रहण कहा जाता है।

वैसे तो सूर्य और चंद्र ग्रहण एक भौगोलिक घटना है, लेकिन ज्‍योतिष शास्‍त्र में भी इसका बहुत अधिक महत्‍व माना गया है। ज्‍योतिष शास्‍त्र के अनुसार, चंद्र ग्रहण के समय चंद्रमा कष्‍ट में  होता है। इस बार साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण भारतीय समयानुसार 8 नवंबर को शाम 5:29 से शुरू होकर  शाम 8:19 बजे तक चलेगा।

चंद्र ग्रहण में ग्रहों की चाल और उपाय :

जयोतिष शास्‍त्र के अनुसार, चंद्र ग्रहण के दिन ग्रहों के सेनापति मंगल, शनि, सूर्य राहु आमने सामने होंगे। ऐसे में भारत की कुंडली में तुला राशिवालों पर सूर्य, चंद्रमा, बुध और शुक्र की युति बन रही है। इसके साथ ही शनि तुला राशि में पंचम और मिथुन राशि में मंगल की नवम युति विनाशकारी योग बना रही है। चंद्रमा का ऐसा संयोग बहुत ही अ‍शुभकारी माना जा रहा है।

उपाय – चंद्र ग्रहण के दौरान भगवान का ध्‍यान व पूजा करें, ऐसे तरह देवताओं की पूजा को शुभ माना जाता है। चंद्र ग्रहण में कुछ भी खाने-पीने से बचना चाहिए, इस दौरान हमारे आस-पास कई तरह की नकारात्‍मक शाक्तियां पैदा हो जाती हैं। जो हमारे लिए नुकसान देह हो सकती हैं। चंद्र ग्रहण के दिन गंगा में स्‍नान कर दान करना अधिक शुभ माना जाता है।

Kusum
I am a Hindi content writer.

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