सन्दर्भ: ब्लॉकचैन तकनीक एक ऐसी पद्धति है जिससे बिटकॉइन तथा अन्य क्रिप्टो करेंसियों का संचालन होता है | यदि सरल शब्दों में कहा जाये तो ‘Blockchain Technology‘ एक प्रकार का डिजिटल ‘सार्वजनिक बही खाता’ है, जिसमें प्रत्येक लेनदेन का विवरण दर्ज किया जाता है। जिस प्रकार से लाखों कम्प्यूटरों को आपस में जोड़कर इंटरनेट का अविष्कार हुआ है ठीक उसी प्रकार से अनेक डाटा ब्लॉकों की लम्बी श्रंखला के द्वारा ब्लॉकचैन तकनीक का अविष्कार हुआ है | ब्लॉकचैन में एक बार किसी भी लेनदेन को दर्ज करने पर उसे न तो वहां से हटाया जा सकता है और न ही इसमें संशोधन किया जा सकता है |
ब्लॉकचैन क्या है ?
ब्लॉकचेन पद्धति तीन अलग-अलग तकनीकों का समायोजन है, जिसमें इंटरनेट, प्रोटोकॉल पर नियंत्रण रखना एवं पर्सनल की (निजी कुंजी) की क्रिप्टोग्राफी अर्थात जानकारी को गुप्त रखना |
ब्लॉकचैन के कारण लेनदेन में किसी भी विश्वसनीय तीसरी पार्टी जैसे की बैंक इत्यादि को शामिल नहीं किया जा सकता | इसके अंतर्गत नेटवर्क से जुड़े उपकरणों के द्वारा सत्यापित होने के बाद प्रत्येक लेनदेन के विवरण को बही खाते में दर्ज किया जाता है | ऐसा माना जा रहा है कि ब्लॉकचैन तकनीक आने वाले समय अर्थात भविष्य काल की चौथी क्रांति है |
वैश्विक स्थिति क्या है ?
विश्व आर्थिक फोरम द्वारा किये गए एक अध्ययन के अनुसार, विश्व भर में 90 से अधिक केंद्रीय बैंक ब्लॉकचैन चर्चा में शामिल हैं | कई विकसित देशों की सरकारें अपने यहाँ पर बेहतर एवं भ्रष्टाचार रहित गवर्नेंस के लिए ब्लॉकचैन तकनीक लाने की योजना बना रही हैं | वर्तमान में अनेक विशाल कंपनियां इसके निहितार्थ एवं अवसरों को मद्देनजर रखते हुए अपने कार्यों में शामिल करने पर विचार कर रही हैं | ।
काम कैसे करती है ?
ब्लॉकचैन डाटा ब्लॉकों की एक ऐसी श्रृंखला है, जिसके प्रत्येक ब्लॉक में लेनदेन का एक समूह समाविष्ट होता है | ऐसा माना जा रहा है की ब्लॉकचैन में तमाम उद्योगों की कार्यप्रणाली में बदलाव लाने की क्षमता है | इससे प्रक्रिया को ज्यादा लोकतांत्रिक, सुरक्षित, पारदर्शी एवं सक्षम बनाया जा सकता है | यह एक ऐसी प्रौद्योगिकी है जो सुरक्षित एवं आसानी से सुलभ नेटवर्क पर लेनदेन का एक विकेन्द्रीकृत डेटाबेस तैयार करती है | यह तकनीक काफी सुरक्षित है इसे हैक करना काफी मुश्किल है इसी वजह से यह तकनीक साइबर क्राइम एवं हैकिंग को रोकने के लिए यह सुरक्षित तकनीक मानी जा रही है |
Blockchain Technology की विशेषताएं :
ब्लॉकचैन तकनीक की सबसे खास एवं महत्वपूर्ण विशेषताएं इसकी पारदर्शिता एवं विकेन्द्रीकरण है, जो इस तकनीक को लोकप्रिय एवं कारगर साबित करने में अहम भूमिका निभाती है | इस तकनीक को डिजिटल वित्तीय लेनदेन को रिकॉर्ड करने के लिए एक प्रोग्राम के रूप में तैयार किया गया है | यह तकनीक एक प्रकार का डिजिटल सिस्टम है जिसमें इंटरनेट तकनीक बेहद मजबूती के साथ अन्तर्निहित है
यह न केवल सामान्य जानकारी को ब्लॉक में संग्रहित कर सकता है बल्कि ब्लॉकचैन डेटाबेस को वितरित करने की क्षमता भी रखता है | डेटाबेस के सभी रिकॉर्ड किसी एक कंप्यूटर में स्टोर न होकर, बल्कि लाखों कम्प्यूटरों में इसे वितरित किया जाता है | इस तकनीक द्वारा ट्रांजेक्शन में समय तो कम होता ही है साथ ही गलती होने की संभावना भी काफी कम होती है |
इसका उपयोग कहाँ हो सकता है ?
- ई-गवर्नेंस
- साइबर सुरक्षा
- सूचना प्रौद्योगिकी एवं डेटा प्रबंधन
- ई – वोटिंग
- स्वास्थ्य सेवाओं में
- सरकारी योजनाओं का लेखा जोखा तैयार करने में
- सब्सिडी तैयार करने में
- वैज्ञानिक अनुसंधानों में
- शिक्षा के क्षेत्र में
- भू रिकॉर्ड विनिमय
- डिजिटल एवं पहचान प्रमाणीकरण में
- बैंकिंग एवं बीमा
अर्थव्यवस्था एवं गवर्नेंस में ब्लॉकचैन :
वर्तमान समय में प्रत्येक देश की सरकार डिजिटल लेनदेन के प्रचलन को बढ़ावा देकर कैशलेस अर्थव्यवस्था की ओर कदम बढ़ाने के लिए यथासंभव प्रयास कर रही है | अर्थव्यवस्था केडिजिटल वित्तीय लेनदेन में इंटरनेट ने काफी हद तक परिदृश्य बदल दिया है इंटरनेट की प्रयोग से नकद लेनदेन काफी हद तक कम हुआ है भविष्य में ब्लॉकचेन तकनीक के प्रयोग से इस डिजिटल भुगतान को और मजबूती देना संभव हो सकता है,लेकिन इसके लिए सही समय पर एवं सही दिशा में सही कदम उठाना जरुरी होगा |
सुरक्षा चिंताएं :
- जहां निजी एवं महत्वपूर्ण जानकारियों को सुरक्षित रखने के मामले में सूचनाओं के लीक होने का खतरा हो, वहां ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग नहीं किया जा सकता |
- इंटरनेट एवं डिजिटल पद्धतियों के तालमेल ने वित्तीय लेनदेन एवं सूचनाओं के आदान प्रदान के तरीकों को पूरी तरह बदल दिया है, इसमें ब्लॉकचेन महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है इससे कई तरह की आशंकाओं एवं प्रश्नों को बल मिला है जैसे डिजिटल भुगतान या सूचना का लेनदेन कब हुआ? , कैसे हुआ?, किसको किया गया ? इत्यादि |
- भारत देश में डिजिटल लेनदेन की गति विकसित देशों की तुलना में काफी कम है, लेकिन इससे होने वाली धोखाधड़ी के मामले लगभग हर रोज सामने आते हैं |
- इसलिए ब्लॉकचेन तकनीक तब तक लाभकारी नहीं हो सकती जब तक की इसके लिए मजबूत प्रतिरोधी तकनीकी व्यवस्था नहीं बना ली जाती | भारत में ब्लॉकचेन को लेकर कोई स्पष्ट नीति नहीं है और न ही कोई स्पष्ट विनियामक ढांचा है | वित्त मंत्री अरुण जेटली जी ने अपने इस वर्ष के भाषण में ब्लॉकचेन प्रणाली पर विचार करने के लिए एक समिति गठित करने की बात कही है |
निष्कर्ष:
ब्लॉकचेन प्रणाली का उद्देश्य बिचौलियों को हटाकर सभी प्रकार के लेनदेनों की दक्षता में सुधर लाना तथा इससे सभी लेनदेनों की लागत में भी कमी लाना | इससे पारदर्शिता भी बढ़ेगी एवं फर्जी लेनदेनों से मुक्ति मिलेगी क्रोकि इसके अंतर्गत प्रत्येक लेनदेन को एक सार्वजानिक बही खाते में रिकॉर्ड तथा आवंटित किया जायेगा | आज साइबर सुरक्षा,बैंकिंग और बीमा के क्षेत्र में वैश्विक पर चिंताएं सामने आ रही हैं इस स्थिति में ब्लॉकचेन तकनीक के उपयोग को लेकर स्वीकार्यता बढ़ती जा रही है |विशेषज्ञों की मानें तो ब्लॉकचैन प्रणाली आने वाले समय में एक गेम चेंजर हो सकता है बशर्ते इसके महत्व एवं इसकी क्षमताओं की पहचान समय रहते कर ली जाये |
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