Amithabh Bachchan Birthday: बॉलीवुड के शहंशाह, मेगामास्टर, महानायक ‘Amithabh Bachchan‘ आज अपना 80वां जन्मदिन मना रहे हैं। इलाहाबाद में 11 अक्टूबर 1942 को जन्में सदी के महानायक अमिताभ ने बॉलीवुड को अनेक सुपर-डुपर हिट फिल्में दी हैं। इन्होने शुरूआती दौर पर काफी मुश्किलों का सामना किया। और आज बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। देश के अलावा विदेशों में भी उनकी खासी फैन-फॉलोइंग है। वे हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की एक ऐसी शख्सियत हैं जिनका नाम बड़े अदब के साथ लिया जाता है। हिंदी सिनेमा के मजबूत स्तंभ अमिताभ बच्चन ने अपने अभिनय से सभी के दिलों में अपनी एक अलग पहचान छो़ड़ दी है। तो चलिए जानते है उनके कुछ अनकहे किस्से..
उनके व्यक्तित्व की प्रेरक कहानी
महानायक ‘अमिताभ बच्चन’ का व्यक्तित्व हम सबके लिए प्रेरणा दायक है। जैसे उन्होंने अपने जीवन में फर्श से अर्श तक का सफर तय किया है। फिल्मी यात्रा के शुरूआती दौर में उन्हें काफी रिजेक्शन और संघर्षों का सामना करना पड़ा था। किसी ने आवाज में कमी निकाली तो किसी ने लंबाई में । लेकिन बिग-बी डटे रहे, सब्र रखा, निरंतर मेहनत करते रहे और नतीजा सामने है। इस उम्र में भी वे जिंदा दिल और एक सक्रिय व्यक्तित्व हैं।उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरूआत फिल्म ‘सात हिंदुस्तान’ से की थी। तब से अब तक वे सिनेमा जगत का चमकता हुआ सितारा हैं।
कोयले की खान की थी नौकरी
अमिताभ अपने कॉलेज के दिनों में नाटकों में हिस्सा लेते थे। लेकिन एक टैलेंट हंट में भेजी गई अपनी फोटो पर कोई रिस्पांस न मिलने पर वे मायूस हो गए थे। इसके बाद उन्होने कोलकात की एक कोल कंपनी में एक्जीक्यूटिव के तौर पर काम किया। जिसके चलते उन्हें 7-8 साल कोलकाता में ही रहे थे। इस दौरान उन्हें 500 रूपये महीना सैलरी मिलती थी। बिग-बी बताते है कि आज भी उनका कोलकाता से बड़ा लगाव है।
छोटे पर्दे पर भी जमा चुके है धााक
साल 2000 में प्रसारित हुआ क्विज शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के जरिए टीवी की दुनिया में कदम रखा था। इस पॉपुलर शो के तीसरे सीजन को छोंड़कर सभी सीजन अमिताभ ने ही होस्ट किए हैं। बता दें कि स्वास्थ्य कारणों की वजह से तीसरे सीजन को शाहरूख खान ने होस्ट किया था। फिलहाल इस शो का 14वां सीजन चल रहा है। इसके अलावा अमिताभ 2009 में बहुचर्चित रियलिटी शो ‘बिग बॉस’ के तीसरे सीजन को होस्ट किया था। और 2014 में टीवी शो ‘युध्द’ में भी नजर आ चुके है।
अभिनय ही नहीं गायकी में भी है शहंशाह
अपने अभिनय से सबसे दिलों में राज करने वाले महानायक ‘Amithabh Bachchan‘ सिर्फ एक्टिंग तक ही सीमित नहीं हैं। बल्कि संगीत की दुनिया में भी उनका सिक्का खूब चला है। रिपोटर्स के मुताबिक, प्रतिभा की खान ‘अमिताभ’ ने ‘चुप: द रिवेंज ऑफ द आर्टिस्ट’ में म्यूजिक कंपोजर का काम किया और कई फिल्मों में गाने भी गाए हैं। जहां अमिताभ बच्चन की आवाज को भारी कहकर रिजेक्ट कर दिया गया था। वहीं कई फिल्मों में बच्चन अपनी गायिकी का जादू चला चुके हैं। पहली बार उन्होंने अपनी आवाज का जादू ‘मेरे पास आओ मेरे दोस्तो’ गाने में दिखाया था। ‘रंग बरसे’, ‘मै यहां तू वहां’, मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है, होरी खेलें रघुवीरा, जैसे सुपरहिट गाने दे चुके हैं अमिताभ।
शुरू की थी एक कंपनी
अमिताभ बच्चन ने साल 1995 में एक मल्टी-मीडिया प्रोडक्शन कंपनी ‘एबीसीएल’ भी खोली थी। जिसमें फिल्मों के प्रोडक्शन, वितरण और इंवेंट से संबंधित काम-काज किए जाते थे।लेकिन इसमें बॉलीवुड साउंडट्रैक सीडी भी शामिल थी। हालांकि बाद में यह कंपनी घाटे में चली।
अमिताभ बच्चन संगीत के बेहद शौकीन हैं। फिल्म प्रोड्यूसर, डिस्ट्रीब्यूटर, एवं रियल एस्टेट डेवलपर आनंद पंडित ने बातचीत के दौरान बताया कि अमिताभ संगीत के सबसे ज्यादा शौकीन हैं। इतने संगीत प्रमी हैं कि कभी-कभी रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक संगीत ही सुनते रहते हैं। अमिताभ को जैमिंग बहुत पसंद है, इसे लेकर वे नए-नए प्रयोग करते रहते हैं। अमिताभ के घर में भी ‘सप्तस्वर’ नाम का एक मिनी म्यूजिक स्टूडियो है।
यूं ही नही कोई बन जाता शहंशाह
अमिताभ भले ही मशहूर कवि हरिवंश राय बच्चन के बेटे होंं लेकिन यह कामयाबी उन्हें यूं ही नहीं मिली है। उनके संघर्ष के दिन असल में किसी आम आदमी की तरह ही रहे। आज सदी के महानायक कहे जाने वाले अमिताभ अपनी दमदार अदाकारी और अनोखे अंदाज के लिए पूरी दुनिया में मशहूर हैं। लेकिन एक वक्त था जब वे ड्राइविंग लाइसेंस के साथ मुंबई आए थे। उन्होंने सोंचा था कि अगर वे एक्टर नहीं बन पाए तो टैक्सी चलाकर ही गुजारा कर लेंगे। इतना ही नहीं पैसों की तंगी के चलते अमिताभ ने कई रातें मरीन ड्राइव की बेंच पर सोकर गुजारी हैं। मुंबई आकर वे अपने पहले स्क्रीन टेस्ट में फेल हो गए थे।
आज अमिताभ बच्चन हिंदी सिनेमा के मजबूत स्तंभ हैं, जो दुनियाभर में बॉलीवुड की आभा बिखेर रहे हैं। उनकी आवाज, अभिनय का अंदाज, कद-काठी, हर एक चीज उन्हेंं खास बनाती है। वे जिस किरदार को निभाते है उसमें जान डाल देते हैं। अभिनय के अलावा वे अद्भुत व्यक्तित्व रखने वाले महानायक हैं। उनके जीवन में अनुशासन का विशेष महत्व रहा है। अपने व्यक्तिगत जीवन में बिग बी बेहद अनुशासित रहे है। समय की कद्र कैसे की जाती है, यह ‘Amithabh Bachchan’ से बसूबी सीखा जा सकता है। वे समय के इतने ज्यादा पाबंद है कि कई दफा फिल्म के सेट पर वॉचमैन से पहले पहुंच जाते थे।
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