कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव: साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बुरी तरह हारने के बाद राहुल गॉंधी ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। भारत जोड़ो यात्रा के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आज एक बार फिर मीडिया का सामना करना पड़ा। और इस दौरान उन्होंने 17 अक्टूबर 2022 को होने वाले कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव को लेकर ने चुप्पी तोड़ी है। उन्होने कहा, मैं अपने पुराने फैसले पर ही कायम हूं और मैं चुनाव लड़ने नहीं जा रहा हूं।
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव पर बोले राहुल:
दरअसल, राहुल गांधी ने मीडिया से वार्तालाप के दौरान कहा कि, मैं ‘वन मैन वन पोस्ट’ का समर्थन करता हूं। उन्होंने कहा कि हमने उदयपुर के चिंतन शिविर में जो वादा किया था । उसे निभाया जायेगा। अर्थात राहुल एक वयक्ति को एक ही पद देना चाहते हैं। मीडिया की मानें, तो राहुल का इशारा अशोक गहलोत जी की तरफ ही था। उनका इशारा था कि अगर अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष बनते हैं, तो उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना होगा।
राहुल गांधी ने दी नसीहत:
उन्होंने होने वाले कांग्रेस प्रमुख को नसीहत देते हुए कहा, कांग्रेस अध्यक्ष सिर्फ एक संगठनात्मक पद नहीं है, यह एक वैचारिक पद एवं एक विश्वास प्रणाली भी है। जो भी कांग्रेस अध्यक्ष बनते हैं उन्हें याद रखना होगा कि वे एक ऐतिहासिक स्थान ले रहे हैं। एक ऐसा स्थान जो भारत के एक विशेष दृष्टिकोण को परिभाषित करता है। हाेने वाले कांग्रेस अध्यक्ष को विचारों के एक समूह, एक विश्वास प्रणाली एवं भारत के एक सकारात्मक दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करना होगा।
3 उद्देश्यों पर चल रही भारत जोड़ो यात्रा: राहुल गॉधी
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, प्रत्येक यात्रा की सफलता कुछ विचारों पर आधारित होती है। वैसे ही इस यात्रा के भी 3 मुख्य उद्देश्य हैं। जिसमें से पहला उद्देश्य- एक अखंड भारत, दूसरा-बेरोजगारी का स्तर जिसका सामना आज संपूर्ण भारत कर रहा है। एवं तीसरा- वस्तुओं की लगातार बढ़ती कीमतें। इस तीन मुख्य विचार धाराओं पर चल यात्रा सराहनीय एवं अद्भुत है।
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव संबंध में सोनिया और गहलोत बैठक:
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की बैठक बुधवार को सम्पन्न हुई थी । सूत्रों के मुताबिक, दो घंटे तक चली इस बैठक में गहलोत के दोनों पदों में बने रहने की बात हुई । जिसका सारांश यह निकला कि, अशोक गहलोत के कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष पद एवं राजस्थान के मुख्यमंत्री पद पर एक साथ बने रहने में गांधी परिवार को कोई परेशानी नहीं है। अर्थात् अशोक गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव जीतने तक वे मुख्यमंत्री पद पर बने रह सकते है। कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव जीतने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री का पद छोंड़ना होगा।
हालांकि अशोक गहलोत ने बुधवार को दिल्ली में सफाई देते हुए कहा था कि, उन्होंने कभी नहीं कहा कि वो दोनों पदों पर बने रहना चाहते हैं। मीडिया ने ही यह झूंठी खबर सब जगह फैलाई है कि अशोक गहलोत मुख्यमंत्री एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष दोनों पदों पर रहेंगे। जिसके चलते गांधी परिवार ने नाराजगी जताई थी। 17 अक्टूबर को होने वाले कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के नतीजे 19 अक्टूबर को घोषित कि जाएंगे।
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